हंगामे के बीच गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में सरकार की उपलब्धियां गिनाईं.
नई दिल्ली:
संसद में मंगलवार को भी मणिपुर मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुई. लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने मणिपुर पर पीएम मोदी के बयान की मांग को लेकर नारेबाजी की. लोकसभा में सांसदों ने सदन में नारेबाजी की और अध्यक्ष की आसंदी के पास पहुंचकर इंडिया फॉर मणिपुर के पोस्टर दिखाए. हंगामे के बाद दोनों सदनों की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई है. इस बीच विपक्ष ने केंद्र के खिलाफ लोकसभा में बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव लाने का ऐलान किया है. उधर, राज्यसभा से पूरे सत्र के लिए सस्पेंड किए गए आप सांसद संजय सिंह संसद परिसर में ही विरोध प्रदर्शन के दौरान बैठे हुए हैं.
संसद के मॉनसून सत्र के चौथे दिन की बड़ी बातें:-
- मणिपुर के मुद्दे पर बुधवार को विपक्ष लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकता है. अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के चैम्बर में बुधवार सुबह 10 बजे विपक्षी नेताओं की अहम बैठक होगी.
- कांग्रेस ने अपने लोकसभा सदस्यों को तीन पंक्ति का व्हिप जारी किया है. सभी सांसदों को कहा है कि वह बुधवार लोकसभा में उपस्थित रहे. विपक्ष लगातार सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर रहा है. सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिये 50 सांसदों की जरूरत पड़ती हैं.
- अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लेटर लिखकर कहा कि हम मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके लिए अनुकूल माहौल बनाएं. शाह ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधिर रंजन चौधरी को भी चिट्ठी लिखी है.
- मंगलवार शाम पांच बजे लोकसभा की कार्यवाही फिर शुरू हुई. इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. शाह ने खेती-किसानी और सहकारिता की बात की. विपक्ष ने मणिपुर-मणिपुर, शेम-शेम, जवाब दो-जवाब दो, वी वॉन्ट जस्टिस (हमें न्याय चाहिए) के नारे लगाए.
- वहीं विपक्षी सांसद पोस्टर लेकर सदन में खड़े हुए तो अमित शाह ने कहा कि और जोर से नारे लगाइए. आपको न दलितों में इंटरेस्ट है और न ही सहकारिता में. इसलिए नारेबाजी कर रहे हैं. अमित शाह सदन में बयान देते रहे और विपक्षी सांसद शोरशराबा करते रहे. इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
- लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने संसद में जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए मंगलवार को सभी पार्टियों के नेताओं की बैठक बुलाई. इस बैठक में सरकार ने कहा कि वह मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है.
- स्पीकर के साथ सर्वदलीय बैठक में बहुजन समाज पार्टी और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम का स्टैंड बाकी विपक्षी दलों से अलग रहा है. इन दोनों दलों ने कहा कि प्रधानमंत्री जवाब दें या न दें लेकिन मणिपुर पर चर्चा के दौरान वो सदन में मौजूद रहें. पीएम को अगर लगे कि कुछ बोलना चाहिए तो बोलें, अगर नहीं लगे तो न बोलें.
- राज्यसभा से पूरे सत्र के लिए सस्पेंड किए गए आप सांसद संजय सिंह संसद परिसर में ही विरोध प्रदर्शन के दौरान बैठे हुए हैं. संजय सिंह ने कहा, "प्रधानमंत्री मणिपुर मुद्दे पर चुप क्यों हैं? हम केवल संसद में आकर इस पर बोलने की मांग कर रहे हैं. संसद में मणिपुर का मुद्दा उठाना हमारी जिम्मेदारी है."
- संसद में हंगामे के बीच बीजेपी ने संसदीय दल की मीटिंग बुलाई. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A पर बयान दिया. पीएम ने कहा- 'सत्ता चाहने वाले और देश को तोड़ने वाले ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन मुजाहिद्दीन जैसे नाम रख रहे हैं.'
- पीएम के बयान के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया- 'मिस्टर मोदी, जब भी आपको जरूरत हो तो हमें कॉल कर लीजिएगा. हम INDIA हैं. हम मणिपुर को उबारने में भी मदद करेंगे और हर महिला और बच्चों के आंसू पोछेंगे.'