
पाकिस्तान हमेशा से ही आतंकियों के पनाहगारों के रूप में शामिल रहा है और उसकी सेना आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की साजिश में शामिल रही है. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सूत्रों ने कई बड़े खुलासे किए हैं, जिसने एक बार फिर पाकिस्तान और उसकी सेना की पोल खोल दी है. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की सेना और आतंकियों के मिलीभगत का सबूत सामने आया है. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में लश्कर के आतंकी की एक पाकिस्तानी फौजी के परिवार से मुलाकात हुई थी.
पाकिस्तान की सेना में कैप्टन साद बिन जुबैर के भाई की एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें वह लश्कर-ए-तैयबा के खूंखार आतंकी अबू मूसा कश्मीरी के साथ खड़ा नजर आ रहा है.
बलूचिस्तान में मारा गया था कैप्टन साद
कैप्टन साद पाकिस्तान की आर्मी में था और 19 मार्च 2025 को बलूचिस्तान में मारा गया था. लश्कर आतंकी अबू मूसा 22 मार्च को साद के परिवार से मिलने के लिए पहुंचा था.

बताया जा रहा है कि 18 अप्रैल को अबू मूसा ने रावलकोट में भारत विरोधी भड़काऊ भाषण दिया था, जिसके ठीक चार दिनों के बाद 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले को अंजाम दिया गया.
आतंकी के भड़काऊ भाषण का वीडियो आया सामने
इस भाषण के सामने आए वीडियो में अबू मूसा को भड़काऊ भाषण देते सुना जा सकता है. वह कश्मीर की आजादी को लेकर तकरीर देता सुनाई देता है. साथ ही इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को भी चुनौती देता दिख रहा है.
भारतीय जांच एजेंसियां अब इस वीडियो की तस्दीक करने में जुटी है.
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