हिंसा प्रभावित मणिपुर से 7,500 से अधिक लोग मिजोरम शरण लेने पहुंचे हैं। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि सोमवार शाम पांच बजे तक कुल 7,527 स्थानीय ‘जो' लोग मिजोरम जा चुके हैं जिन्हें मणिपुर में कुकी कहा जाता है. अधिकारी के अनुसार इन लोगों ने राज्य में आठ जिलों में शरण ली है. सर्वाधिक विस्थापित लोग कोलासिब पहुंचे हैं जिनकी संख्या 2,685 है और उसके बाद आइजोल में 2,386 और सैतुआल में 2,153 लोग शरण लेने पहुंचे हैं.
उन्होंने कहा कि विस्थापित लोगों को अस्थायी राहत शिविरों में रखा गया है, वहीं कुछ को उनके रिश्तेदारों ने आसरा दिया है.
मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने कहा कि भारत में सभी जो जनजातियों को एकजुट करके एक प्रशासनिक इकाई के अधीन लाना उनके मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के संस्थापकों का प्रमुख उद्देश्य रहा है.
इससे पहले मणिपुर में कुकी समुदाय के 10 विधायक भी अपने राज्य में पर्वतीय क्षेत्र के लिए अलग प्रशासन की मांग कर चुके हैं.
मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती समुदाय द्वारा की जा रही अनुसूचित जनजाति के तहत आरक्षण की मांग के विरोध में तीन मई को निकाले गए ‘आदिवासी एकजुटता मार्च' के दौरान हिंसा भड़क गई थी.
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