CCMB के अध्ययन में यह बात सामने आई है कि शुतुरमुर्ग करीब 25,000 वर्ष पहले भारत में रहते थे
हैदराबाद:
मूल रूप से अफ्रीका में निवास करने वाले, उड़ने में अक्षम पक्षी, शुतुरमुर्ग करीब 25,000 वर्ष पहले भारत में रहते थे. सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मोलेक्यूलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) ने एक अध्ययन में इस बात का दावा किया है.
शुतुरमुर्ग का मूल निवास स्थल अफ्रीका है लेकिन कई जीव वैज्ञानिकों और पुरातत्वविदों को समय-समय पर भारत में, मुख्य रूप से राजस्थान और मध्य प्रदेश में, शुतुरमुर्ग के अंडों के खोल मिले है. हाल में शुतुरमुर्ग के जीवाश्म अंडों के खोल का डीएनए अध्ययन कराया गया.
सीसीएमबी के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक कुमारस्वामी थंगराज ने बताया कि डीएनए अध्ययन द्वारा शुतुरमुर्ग के अंडों के खोल का सफलतापूर्वक विश्लेषण किया जिससे यह साबित हुआ कि भारत में पाए गए अंडों के खोल आनुवांशिक रूप से अफ्रीकी शुतुरमुर्ग के अंडों के खोल के समान हैं. अंडों के यह खोल कम से कम 25,000 वर्ष पुराने हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
शुतुरमुर्ग का मूल निवास स्थल अफ्रीका है लेकिन कई जीव वैज्ञानिकों और पुरातत्वविदों को समय-समय पर भारत में, मुख्य रूप से राजस्थान और मध्य प्रदेश में, शुतुरमुर्ग के अंडों के खोल मिले है. हाल में शुतुरमुर्ग के जीवाश्म अंडों के खोल का डीएनए अध्ययन कराया गया.
सीसीएमबी के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक कुमारस्वामी थंगराज ने बताया कि डीएनए अध्ययन द्वारा शुतुरमुर्ग के अंडों के खोल का सफलतापूर्वक विश्लेषण किया जिससे यह साबित हुआ कि भारत में पाए गए अंडों के खोल आनुवांशिक रूप से अफ्रीकी शुतुरमुर्ग के अंडों के खोल के समान हैं. अंडों के यह खोल कम से कम 25,000 वर्ष पुराने हैं.
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