विपक्षी गठबंधन INDIA लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में : सूत्र 

सूत्रों के अनुसार अगर विपक्ष दोनों सदनों में पीएम मोदी के बयान देने की अपनी मांग पर अड़ा नहीं रहता है तो नियम 267 के तहत मणिपुर पर आज उच्च सदन में चर्चा होने की संभावना है.

विपक्षी गठबंधन INDIA लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में : सूत्र 

मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में हंगामा जारी, मंगलवार को भी विपक्षी दलों ने की नारेबाजी

नई दिल्ली:

सरकार मणिपुर हिंसा को लेकर दोनों सदनों में गतिरोध दूर करने के प्रयास में है. सूत्रों के अनुसार इसे लेकर सरकार एक खास प्लान पर भी काम कर रही है. वहीं, सूत्रों के अनुसार विपक्षी गठबंधन INDIA मणिपुर हिंसा को लेकर सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में है. 

सभापति जगदीप धनखड़ ने मणिपुर में चल रही हिंसा पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत 50 सांसदों के नोटिस स्वीकार करने के तुरंत बाद राज्यसभा को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया. लोकसभा में हंगामा जारी रहा. बाद में लोकसभा को भी दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. 

सूत्रों के अनुसार अगर विपक्ष दोनों सदनों में पीएम मोदी के बयान देने की अपनी मांग पर अड़ा नहीं रहता है तो नियम 267 के तहत मणिपुर पर आज उच्च सदन में चर्चा होने की संभावना है.सूत्रों के अनुसार सरकार को यह उम्मीद नहीं है कि विपक्ष अपनी मांग से पीछे हट जाएगा. ऐसे में अब वह अपने विधायी कार्य निपटाने पर जोर देगा. ऐसे में अगर किसी बिल को पास करने की जरूरत होगी तो सरकार वो भी करने के तैयार है. 

पीएम मोदी ने आज संसद की कार्यवाही शुरू होने से ठीक पहले बीजेपी की संसदीय बैठक की अध्यक्षता की थी. सूत्रों के अनुसार इस बैठक में उन्होंने विपक्ष पर हमला बोला था. उन्होंने इस बैठक में कहा कि मैंने आज तक कभी इस तरह की दिशाहीन विपक्ष नहीं देखा था. उन्होंने कहा कि सिर्फ अपने गठबंधन का नाम इंडिया लिख लेने से कुछ नहीं हो जाता. 

मानसून सत्र में लगातार तीसरे दिन व्यवधान के विरोध में विपक्षी सांसदों का एक समूह कल रात से संसद भवन में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन पर बैठा है. 

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बता दें कि कांग्रेस ने सोमवार को कहा था कि मणिपुर संकट पर दोनों सदनों में पीएम मोदी के व्यापक बयान की I.N.D.I.A की मांग को स्वीकार करने से सरकार के लगातार इनकार के कारण ही संसद तीसरे दिन भी नहीं चल पाई.