चैटजीपीटी निर्माता ओपनएआई के पूर्व एंप्लॉई सुचिर बालाजी के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि सुचिर की अटॉप्सी में सिर पर चोट जैसे स्ट्रगल के लक्षण पाए गए हैं. बता दें कि 26 साल के सुचिर ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी को छोड़ने के बाद ओपनएआई के काम करने के तरीके पर नैतिक चिंता जताई थी. इसके बाद दिसंबर की शुरुआत में वह अपने सैन फ्रांसिस्को फ्लैट में मृत पाए गए थे. अधिकारियों ने उनकी मौत को आत्महत्या बताया था.
सुचिर के माता पिता ने एनडीटीवी से की बातचीत
बालाजी के माता-पिता राममुर्ती और पूर्णिमा राव ने एनडीटीवी से बात करते हुए अपने बेटे की दुखद मौत के बारे में बात की और साथ ही बेटे के लिए न्यया की भी गुहार लगाई. बालाजी की मां ने कहा, "हमने दूसरी ऑटोप्सी रिपोर्ट पढ़ी है और उसमें सामने आया है कि उसके सिर पर चोट लगी थी और अन्य डिटेल्स बताती हैं कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है."
पिता ने आखिरी बार बेटे से इस बारे में की थी बात
अपने बेटे के साथ आखिरी बातचीत के बारे में बात करते हुए राममुर्ती ने कहा, "वह लॉस एंजिलिस में एक बर्थडे पार्टी से वापस आ रहा था जहां वो अपने दोस्तों से मिला और वह खुश था. उसने मुझे बताया कि वह लॉ एंजिलिस जाना चाहता है जनवरी में होने वाले एक टेक शो के लिए. अंत में उसने कहा कि वो डिनर के लिए जा रहा है."
पिछले चार सालों से OpenAI के रिसर्चर का काम कर रहे थे सुचिर
कैलिफॉर्निया में जन्में और बढ़े हुए सुचिर पिछले चार सालों से ओपनएआई के साथ रिसर्चर के तौर पर काम कर रहा था. उन्होंने अगस्त में ओपनएआई की बिजनेस प्रैक्टिस का विरोध करते हुए कंपनी छोड़ दी थी. सुचिर ने आरोप लगाया था कि ओपनएआई, यूएस के कॉपीराइट कानून को तोड़ रहा है और इसको लेकर उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स को इंटरव्यू भी दिया था. इस रिपोर्ट का टाइटल न्यूयॉर्क टाइम्स ने "पूर्व ओपनएआई रिसर्चर ने कंपनी पर कॉपीराइट कानून तोड़ने का आरोप लगाया" के नाम से जारी किया था.
AI में टॉप 10 में थे सुचिर
पूर्णिमा राव ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंडस्ट्री में वह टॉप 10 में था. उन्होंने कहा, "वह ओपनएआई से नौकरी क्यों छोड़ता और एआई इंडस्ट्री को पूरी तरह से क्यों छोड़ता? वह न्यूरोसाइंस और मशीन लर्निंग में कुछ शुरू करने वाला था. हमे शक है कि क्या ओपनएआई उसे धमका रहा था क्योंकि उसने कहीं और जॉब ज्वॉइन नहीं की तो हो सकता है कि उसे धमकाया जा रहा हो."
इस वजह से सुचिर ने दिया था न्यूयॉर्क टाइम्स को इंटरव्यू
उनकी मां ने बताया कि "सुचिर ने कॉपीराइट वकील से सलाह ली थी और पाया कि वह कुछ भी गलत नहीं कर रहा था और वे उसे दबा रहे थे. इसी वजह से वह न्यूयॉर्क टाइम्स के साथ इंटरव्यू के लिए गया." उन्होंने बताया कि सुचिर ने उनसे कहा था कि वो कुछ रिसर्च पर काम कर रहा है और जब वो तैयार हो जाएगी तो वह उस पब्लिश करेगा. "अपने पब्लिकेशन में, उन्होंने मैथामेटिक्स के आधार पर स्पष्ट किया है कि दिए जा रहे जवाब चैटजीपीटी को दी गई जानकारी के बिल्कुल अनुरूप नहीं है."
मां पूर्णिमा ने कही ये बात
पुर्णिमा राव ने कहा कि सुचिर ने उन्हें बताया था कि आर्टिस्ट और जर्नलिस्ट के काम को चैटजीपीटी चुरा रहा है और यह बहुत अनैतिक है. "मैं उससे सहमत हूं. वह ओपनएआई के खिलाफ नहीं लड़ रहा था, वह मानवता के लिए खड़ा था. उन्होंने अपने आर्टिकल में लिखा था कि उन्हें लगा था कि एआई इंसानियत के लिए अच्छा है लेकिन यह ज्यादा नुकसानदायक है."
सुचिर की मां ने बेटे को दी थी ये सलाह
सुचिर की मां ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे को सलाह दी थी कि वो इस उद्देश्य के लिए सपोर्ट बनाए और वह इसपर काम कर रहा था. 26 साल के सुचिर के माता-पिता ने कहा कि उन्हें लगता है कि सुचिर के पास जो जानकारी थी वो एआई उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती थी. पूर्णिमा राव ने कहा, "हमारा मानना है कि यह पावर प्ले है, हमारे पास ऑटोप्सी रिपोर्ट है और उसने आत्महत्या नहीं की है. लेकिन ऐसा किसने किया और क्यों किया हमें यह जानने की जरूरत है."
एलन मस्क ने किया था परिवार को सपोर्ट
कुछ वक्त पहले सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स के बॉस और ओपनएआई के को-फाउंडर एलन मस्क ने सुचिर बालाजी के माता-पिता का समर्थन किया था. एक्स पर जब पूर्णिमा राव ने पोस्ट करते हुए लिखा था कि उनके बेटे ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उनकी हत्या की गई है तो इस पर रिप्लाई करते हुए मस्क ने लिखा था, "यह आत्महत्या जैसा नहीं लगता है." पूर्णिमा राव ने कहा कि यह उनकी तरफ से समर्थन था लेकिन उन्होंने साथ में यह भी बताया कि अभी तक उन्होंने मस्क से मदद नहीं मांगी है.
बेटे की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए एफबीआई जांच की मांग की
अपने बेटे की मौत के लिए एफबीआई जांच की मांग करते हुए सुचिर की मां ने कहा, "उन्हें इसकी तह तक जाना चाहिए और मेरे बेटे को न्याय दिलाना चाहिए. एक बहुत ही कीमती जान चली गई है, यह टेक इंडस्ट्री का नुकसान है, वह बेहद स्मार्ट था. ओपनएआई में उसके पूर्व बॉस ने कहा कि उसने एल्गोरिथम के साथ छेड़छाड़ की थी और चीजों को आसान तरीके से करने का रास्ता खोज लिया था, जिसकी वजह से चैटजीपीटी पर असर हुआ है. ओपनएआई बोलता है कि वो हमारा सपोर्ट कर रहा है लेकिन हम नहीं जानते कि वो ऐसा कैसे कर रहा है."
सुचिर के माता-पिता ने भारतीय अधिकारियों से भी किया संपर्क
सुचिर के माता-पिता ने कहा कि उन्होंने अमेरिका में भारतीय अधिकारियों से भी संपर्क किया है और उन्हें सहायता का आश्वासन दिया गया है. "हमें उम्मीद है कि भारत सरकार हमारा समर्थन करेगी और हमारे लिए उसकी आवाज़ उठाएगी."
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