विदेश मंत्रालय ने आज बताया कि इराक में अगवा किए 40 भारतीयों में एक व्यक्ति सुन्नि चरमपंथियों के चुंगल से बच निकलने में कामयाब रहा है और वह बगदाद स्थित दूतावास के संपर्क में है।
विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी ऐसे समय दी है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इराक के संकटग्रस्त इलाकों में फंसे भारतीय नागरिकों को बचाने के सरकार के कदमों की समीक्षा के लिए आज एक बैठक की है।
इस बैठक में विदेशमंत्री सुषमा स्वराज, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, कैबिनेट सचिव अजित कुमार सेठ, विदेश सचिव सुजाता सिंह, खुफिया एवं सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों के साथ-साथ विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि बैठक में स्थिति के 'सभी पहलुओं' की समीक्षा की गई, जिसमें सरकार के पास उपलब्ध सभी तथ्यों एवं सूचनाओं पर विचार किया गया।
सुन्नि चरमपंथियों ने 10 जून को इराक में शहर मोसूल पर कब्जा कर लिया था और वहां मौजूद 40 भारतीय नागरिकों को अगवा कर लिया था। ये सभी वहां निर्माण कार्य में लगे थे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि वे सभी सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा, 'हम इसकी पुष्टि कर सकते हैं कि एक भारतीय बच निकलने में कामयाब रहा और वह बगदाद में हमारे दूतावास के संपर्क में है।' इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 16 भारतीय नागरिक इराक से बाहर निकाले जा चुके हैं।
आतंकवादियों से बातचीत के बारे में पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा, 'हम हर दरवाजा खटखटा रहे हैं..चाहे सामने का दरवाजा हो, पीछे का दरवाजा हो या कोई और।' आठ भारतीयों को बैजी से बाहर निकाला गया है, जबकि आठ अन्य को अनबार से बाहर निकाला गया है। इसके बाद उन्हें बगदाद से बाहर ले जाया गया है।
इराक भीषण संकट के दौर से गुजर रहा है। अल-कायदा समर्थित सुन्नी आतंकवादियों ने दो शहरों को अपने कब्जे में ले लिया है और बगदाद की तरफ बढ़ रहे हैं। बीते 10 जून को शुरू हुई इस लड़ाई में हजारों इराकी नागरिक विस्थापित हुए हैं।
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