प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य के दर्जा प्राप्त मंत्री ओमपाल नेहरा को बर्खास्त कर दिया है। ओमपाल नेहरा ने अयोध्या में मंदिर बनवाने के लिए मुस्लिमों से साथ आने की अपील की थी। बिजनौर में एक सभा में मंत्री जी ने कहा था कि अगर मुस्लिम हिंदुओं के साथ सौहार्द बढ़ाना चाहते हैं तो उन्हें अयोध्या, मथुरा और काशी में मस्जिद पर दावा छोड़ मंदिर बनाने में साथ आना चाहिए। उन्होंने कहा था कि मुसलमानों को अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए कार सेवा करनी चाहिए।
गौरतलब है कि यूपी में समाजवादी सरकार के दर्जा हासिल मंत्री ओमपाल नेहरा ने मुसलमानों का आह्वान किया था कि वे अयोध्या, मथुरा और काशी में मस्जिदों पर अपना दवा छोड़कर वहां मंदिर बनवाने में हिन्दुओं का साथ दें। सपा नेता ने यूपी के बिजनौर जिले में चौधरी चरणसिंह जयंती के एक कार्यक्रम में मुसलमानों को यह नसीहत दी थी।
बता दें कि करीब 65 साल के नेहरा मुलायम सिंह यादव के करीबी बताए जाते हैं। उन्होंने बाबरी मस्जिद गिराए जाने पर बीजेपी, वीएचपी और संघ परिवार से मोर्चा लिया था। नेहरा ने मुसलमानों से सवाल किया था कि "आप ही बताएं कि अब भला भगवान राम का मंदिर अयोध्या में नहीं बनेगा तो कहां बनेगा?" उन्होंने मुसलमानों से कहा कि अगर वे देश में हिन्दू-मुस्लिमों में दोस्ती और मेल-मिलाप चाहते हैं तो उसका एक ही रास्ता है कि वे इन तीन स्थानों पर मस्जिदों पर अपना दवा छोड़ दें।
गौरतलब है कि यूपी में समाजवादी सरकार के दर्जा हासिल मंत्री ओमपाल नेहरा ने मुसलमानों का आह्वान किया था कि वे अयोध्या, मथुरा और काशी में मस्जिदों पर अपना दवा छोड़कर वहां मंदिर बनवाने में हिन्दुओं का साथ दें। सपा नेता ने यूपी के बिजनौर जिले में चौधरी चरणसिंह जयंती के एक कार्यक्रम में मुसलमानों को यह नसीहत दी थी।
बता दें कि करीब 65 साल के नेहरा मुलायम सिंह यादव के करीबी बताए जाते हैं। उन्होंने बाबरी मस्जिद गिराए जाने पर बीजेपी, वीएचपी और संघ परिवार से मोर्चा लिया था। नेहरा ने मुसलमानों से सवाल किया था कि "आप ही बताएं कि अब भला भगवान राम का मंदिर अयोध्या में नहीं बनेगा तो कहां बनेगा?" उन्होंने मुसलमानों से कहा कि अगर वे देश में हिन्दू-मुस्लिमों में दोस्ती और मेल-मिलाप चाहते हैं तो उसका एक ही रास्ता है कि वे इन तीन स्थानों पर मस्जिदों पर अपना दवा छोड़ दें।