Bhubaneswar News: एक तरफ जहां देश खेलों को बढ़ावा देने की बात करता है, वहीं दूसरी तरफ ओडिशा (Odisha) के उभरते हुए पहलवानों के साथ एक ऐसी घटना घटी है जिसने पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए हैं. उत्तर प्रदेश (UP) के बलिया (Ballia) में आयोजित 69वीं राष्ट्रीय स्कूल खेल प्रतियोगिता (69th National School Games Championship) में भाग लेकर लौट रहे 18 युवा पहलवानों को ट्रेन के शौचालयों के पास बैठकर सफर करने पर मजबूर होना पड़ा.
कंफर्म नहीं हुए थे वापसी के टिकट
ओडिशा के विभिन्न स्कूलों के 18 टैलेंटेड रेसलर और उनके 4 टीचर नेशनल चैंपियनशिप (अंडर-17 बालक-बालिका फ्री स्टाइल कुश्ती) में हिस्सा लेने बलिया गए थे. 20 नवंबर को भुवनेश्वर से जाते समय उनके लिए 3-Tier AC में टिकट बुक किए गए थे. लेकिन वापसी के दौरान रेलवे और खेल विभाग के बीच तालमेल की कमी का खामियाजा इन मासूम खिलाड़ियों को भुगतना पड़ा. वापसी की यात्रा के लिए बुक किए गए टिकट कंफर्म नहीं हुए और बर्थ आवंटित नहीं की गई. इस मजबूरी में इन खिलाड़ियों को नंदनकानन एक्सप्रेस (Nandankanan Express) में टॉयलेट के पास फर्श पर बैठकर घंटों का सफर तय करना पड़ा.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
इस घटना का खुलासा तब हुआ जब इन स्कूली बच्चों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी ट्रेन के गेट और टॉयलेट के पास दयनीय स्थिति में बैठे हैं. वीडियो के वायरल होते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया.
निदेशक से मांगी गई रिपोर्ट
मामला गरमाते ही ओडिशा विद्यालय एवं जन शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख अपनाया. विभाग ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक से इस लापरवाही पर विस्तृत और स्पष्ट रिपोर्ट मांगी. अधिकारी अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि AC कोच के टिकट बुक होने के बावजूद कंफर्म क्यों नहीं हुए और बच्चों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था क्यों नहीं की गई?
विभाग की सफाई, 'TTE से मांगी थी मदद'
हंगामा बढ़ने पर विभाग ने स्पष्टीकरण जारी किया कि नेशनल चैंपियनशिप की आयोजन समिति से संपर्क के बावजूद टिकट कंफर्म नहीं हो सके. बच्चों का टैलेंट खराब न हो, इसलिए उन्हें भेजा गया था. ट्रेन में TTE से बर्थ के लिए विनती की गई, जिसके बाद पश्चिम बंगाल के हिजली के पास जाकर खिलाड़ियों को 10 बर्थ मिल पाईं.
भविष्य के लिए लिया ये बड़ा फैसला
ऐसी शर्मनाक स्थिति दोबारा न आए, इसके लिए शिक्षा विभाग ने अब रेलवे अधिकारियों के साथ एक कोऑर्डिनेशन मीटिंग करने का निर्णय लिया है. इस साल अब तक ओडिशा के 385 खिलाड़ी राज्य का नाम रोशन करने के लिए 19 राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग ले चुके हैं.'
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं