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ओडिशा में भारी बारिश से आफत, तेज हवाओं में उखड़े पेड़; जानें कहां कैसे हालात

ओडिशा में सोमवार को कालबैसाखी के साथ आई बारिश ने पिछले दो सप्ताह से जारी भीषण गर्मी से बड़ी राहत दी. हालांकि, तेज हवाओं के साथ हुई इस बारिश ने कई इलाकों में तबाही भी मचाई.

ओडिशा में भारी बारिश से आफत, तेज हवाओं में उखड़े पेड़; जानें कहां कैसे हालात
भुवनेश्वर:

ओडिशा के कटक और भुवनेश्वर में अचानक हुई भारी बारिश ने लोगों को भीषण गर्मी से भले ही राहत दिलाई हो, लेकिन इससे जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है. कई इलाकों में पानी भरने से जगह-जगह पर ट्रैफिक की समस्या से लोगों को जूझना पड़ा. तेज हवा चलने की वजह से पेड़ तक उखड़ गए. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 5 दिनों तक बारिश, गरज-चमक और तेज हवाओं के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम का ये बदला हुआ मिजाज 3 मई तक रहेगा. इसका मतलब ये है कि अगले कुछ दिनों तक ओडिशा में बारिश आफत बनकर बरसेगी.

कटक, भुवनेश्वर में बारिश का कहर

कटक और भुवनेश्वर में भारी बारिश ने कई इलाकों को प्रभावित किया. तेज बारिश के दौरान विजिबिलिटी लो होने और ट्रैफिक की समस्या होने की घटनाएं सामने आईं. तेज बारिश के दौरान बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है. येलो अलर्ट भी जारी किया गया है. अचानक हुई बारिश से दोनों शहरों के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. ओडिशा में सोमवार को कालबैसाखी के साथ आई बारिश ने पिछले दो सप्ताह से जारी भीषण गर्मी से बड़ी राहत दी. हालांकि, तेज हवाओं के साथ हुई इस बारिश ने कई इलाकों में तबाही भी मचाई. भुवनेश्वर सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, जिससे सड़कें जाम हो गईं.

मौसम विभाग की चेतावनी

IMD ने दोपहर और शाम के समय के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें मयूरभंज, केंझर, बालासोर, सुंदरगढ़ और झारसुगुड़ा जिलों में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है. येलो अलर्ट के तहत अंगुल, ढेंकनाल, जाजपुर, भद्रक और केंद्रपाड़ा जिलों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ गरज-चमक की संभावना है. इसके अलावा, पुरी, खुर्दा, नयागढ़, गंजम, गजपति, कटक, जगतसिंहपुर, कालाहांडी, कंधमाल, नबरंगपुर, नुआपड़ा, कोरापुट, मलकानगिरी, रायगड़ा, संबलपुर, बरगढ़, देवगढ़, सोनपुर, बौध और बलांगीर जिलों में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है. मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने और अगले कुछ दिनों तक मौसम की जानकारी पर नजर रखने की अपील की है.

फसलों को भी बड़ा नुकसान

मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के आधिकारिक आवास पर भी कई पेड़ गिर गए. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "अग्निशमन कर्मियों ने मुख्यमंत्री आवास परिसर से उखड़े पेड़ों को हटाया."  आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, राज्य के 30 में से 20 से अधिक जिलों में गरज-चमक, ओलावृष्टि और तेज हवाओं के साथ बारिश हुई, जिससे खेतों में खड़ी फसलों, विशेष रूप से धान, को भारी नुकसान पहुंचा. केनझर, मयूरभंज, भद्रक और बालासोर में कच्चे मकानों और झोपड़ियों को मामूली नुकसान की खबर है.

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, मंगलवार को तटीय क्षेत्रों के साथ-साथ मयूरभंज, केनझर, अंगुल, ढेंकनाल, बौध, कंधमाल, रायगड़ा, कोरापुट और मलकानगिरी में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है. मयूरभंज, बालासोर, केनझर, भद्रक और जाजपुर के लिए मंगलवार दोपहर को गरज-चमक के लिए 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है. बारिश के कारण अधिकतम तापमान में काफी कमी आई है. बलांगीर, जहां 40.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, एकमात्र स्थान था जहां तापमान 40 डिग्री से ऊपर रहा.
 

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