कोरोनावायरस से फैली कोविड-19 महामारी (Covid-19) ने सबसे ज्यादा दबाव हेल्थ सेक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों पर डाला है. महीनों से कोविड-19 से लड़ते-लड़ते कोविड वॉरियर्स थक चुके हैं, ऐसे में ओडिशा के एक कोविड अस्पताल में इनकी मदद करने और इनको संक्रमण से बचाने के लिए एक रोबोट (Robots in Covid Hospitals) की मदद ली जा रही है.
जी हां, भुवनेश्वर के ईस्ट कोस्ट रेलवे सेंट्रल अस्पताल में कोविड मरीजों का इलाज कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों को वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए एक मेडिकल रोबोट MeD ROBO का इस्तेमाल किया जा रहा है. ये रोबोट कोरोनावायरस वार्ड में मरीजों के बीच में उन्हें दवा, खाना और दूसरी चीजों के लिए मदद करता है, जिसमें किसी फिजिकल कॉन्टैक्ट की जरूरत नहीं है.
एक अधिकारी ने बताया कि MeD ROBO का संचालन एक खास मोबाइल ऐप के जरिए किया जाता है. दोनों को एक साथ ही डेवलप किया गया है. रोबोट में लगा सेंसर मरीज के शरीर का तापमान चेक करके फिर उसे स्मार्टफोन की स्क्रीन पर डिस्प्ले कर सकता है. अगर मरीज का सामान्य से ज्यादा तापमान होता है, तो इस रोबोट में ऐसा फीचर है कि वो इसके लिए तुरंत सिग्नल देता है ताकि हॉस्पिटल का स्टाफ मरीज को अटेंड कर सके.
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ये इनोवेशन खुद ईस्ट कोस्ट रेलवे ने डेवलप किया है. विशाखापट्टनम के डीजल लोको शेड ने इस रोबोट को तैयार किया है, ताकि कोविड मरीजों के इलाज में हॉस्पिटल के स्टाफ को मदद मिल सके. अधिकारी ने बताया कि मंचेश्वर के इस अस्पताल में तैनात किए जाने के पहले इस रोबोट का बड़े स्तर पर ट्रायल और प्रदर्शन किया गया था.
बता दें कि कोरोनावायरस के चलते हेल्थ सेक्टर नए प्रयोग करने को मजबूर हुआ है. कई अस्पतालों में कोविड स्टाफ की मदद के लिए रोबोट की तैनाती करने की खबरें सामने आई हैं. बुलंदशहर के अस्पताल के लिए कुछ इंजीनियरिंग के छात्रों ने इसे तैयार किया था. वहीं, बेंगलुरु के फोर्टिस अस्पताल में भी Healthiens नाम की कंपनी ने एक ऐसा ही रोबोट डेवलप किया था.
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