प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को देश के महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान में पहली मानव रहित परीक्षण उड़ान के पूरा होने के कुछ घंटों बाद कहा कि भारत के लिए आज कुछ भी असंभव नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सत्ता में आने के बाद से दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ काम कर रही है. उन्होंने यहां सिंधिया स्कूल के 125वें स्थापना दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करना, तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाना, ओआरओपी (वन रैंक वन पेंशन)और जीएसटी (माल एवं सेवा कर) को लागू करना जैसे कई लंबित काम पिछले दस वर्षों में पूरे किए गए हैं.
प्रधानमंत्री ने श्रीहरिकोटा में भारत के महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान में पहली मानव रहित परीक्षण उड़ान के पूरा होने का जिक्र करते हुए कहा कि आज सुबह ही हमने गगनयान का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है. उन्होंने अंतरिक्ष स्टेशन लॉन्च करने की योजना, तेजस लड़ाकू जेट कार्यक्रम की सफलता और स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत का भी उल्लेख किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत के लिए कुछ भी असंभव नहीं है.
पीएम मोदी ने माधवराव सिंधिया का उल्लेख करते हुए कहा कि जब वह रेल मंत्री थे तब देश में शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन शुरू की गई थी, लेकिन उसके बाद दशकों तक देश में कोई नयी ट्रेन शुरू नहीं की गई, पर अब, यह उनकी सरकार है, जिसने आधुनिक वंदे भारत और नमो भारत जैसी आधुनिक ट्रेन शुरू की हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि 23 अगस्त को भारत ने एक बड़ी छलांग लगाई जब चंद्रयान -3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरने वाला पहला अंतरिक्ष मिशन बन गया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ‘स्टार्टअप इकोसिस्टम' है और 2014 में 100 से बढ़कर स्टार्टअप की संख्या लगभग एक लाख हो गई है. मोदी ने कहा कि इसके अलावा भारत में दुनिया में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की दूसरा सबसे बड़ी संख्या है और मोबाइल फोन विनिर्माण में भी दूसरे स्थान पर है. प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने युवाओं के लिए अंतरिक्ष क्षेत्र भी खोला है.
मोदी ने सिंधिया स्कूल के छात्रों से एक गांव गोद लेने, स्वच्छता पर ध्यान देने, लोकल फॉर वोकल, किसानों के बीच प्राकृतिक खेती के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, एक गरीब परिवार को गोद लेने, मोटे अनाज अथवा श्री अन्न का उपयोग करने और योग का अभ्यास करने जैसी चीजों का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि आपके जीवन के अगले 25 वर्ष आपके और देश के लिए महत्वपूर्ण हैं. 'राष्ट्र प्रथम' दृष्टिकोण के साथ अगले 25 वर्षों में देश को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लें. प्रधानमंत्री ने कहा, 'अलग हटकर सोचें. दुनिया आपकी है.' इस अवसर पर उन्होंने स्कूल पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया.
सिंधिया परिवार की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी पिछली पीढ़ियों ने वाराणसी में गंगा के किनारे घाट बनाए और काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की. प्रधानमंत्री ने कहा कि सिंधिया शासक दूरदर्शी थे और उन्होंने अपने राज्य में जल संरक्षण और शिक्षा को बढ़ावा दिया. उन्होंने कहा कि ग्वालियर में मिट्टी से बना हरसी बांध दशकों के बाद भी लोगों की पानी की जरूरतों को पूरा करता है. शायद बहुत कम लोग जानते हैं कि सिंधिया द्वारा शुरू की गई कंपनी बाद में दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) बन गई.
प्रधानमंत्री ने कहा कि अभिनेता सलमान खान, गायक नितिन मुकेश और रेडियो उद्घोषक अमीन सयानी जैसी कुछ प्रसिद्ध हस्तियां इस स्कूल के पूर्व छात्र हैं. कार्यक्रम में नितिन मुकेश विशेष रूप से उपस्थित थे. कार्यक्रम को केंद्रीय मंत्री और स्कूल के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी संबोधित किया. सिंधिया ने याद किया कि 1980 के दशक में जब देश में सूचना प्रौद्योगिकी की शुरुआत हुई थी, तो इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने वाला सिंधिया स्कूल देश का पहला संस्थान था. इस अवसर पर मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह (जो सिंधिया स्कूल के पूर्व छात्र हैं) भी उपस्थित थे.
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