"आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद एक भी कश्मीरी पंडित घाटी छोड़कर नहीं गया", संसद में बोली सरकार

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि हमारे रिकॉर्ड के अनुसार कोई भी कश्मीरी पंडित आर्टिकल 370 हटने के बाद घाटी छोड़कर गया हो.

कश्मीरी पंडितों को लेकर केंद्र ने संसद में दिया बयान

नई दिल्ली:

केंद्र सरकार ने आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद घाटी में कश्मीरी पंडितों को लेकर एक बयान दिया है. केंद्र सरकार ने संसद में बुधवार को कहा कि 5 अगस्त 2019 को जब आर्टिकल 370 हटाया गया था, के बाद से अब तक एक भी कश्मीर पंडित घाटी छोड़कर नहीं गया है. ऐसा नहीं कि इस दौरान घाटी में हिंदू या सिख अल्पसंख्यकों हमले नहीं हुए हैं. 

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के सवाल पर जवाब देते हुए राज्यसभा में कहा कि हमारे रिकॉर्ड के अनुसार कोई भी कश्मीरी पंडित आर्टिकल 370 हटने के बाद घाटी छोड़कर गया हो. हालांकि इस दौरान 5 कश्मीरी पंडित और 16 हिंदू और सिख समुदाय के लोगों की हत्या भी हुई है. लेकिन अगर घाटी में आतंक की होने वाली कुल घटनाओं को देखा जाए तो बीते कुछ समय में ऐसी घटनाओं की संख्या घटी है. 

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने कुछ महीने पहले डोगरा और कश्मीरी पंडित समुदाय के लोगों से अपील की थी कि वे घाटी छोड़कर न जाएं और कहा था कि सरकार “पाकिस्तानी साजिश” को नाकाम करने के लिए प्रतिबद्ध है. कश्मीर में लक्षित हत्याओं के मद्देनजर कश्मीरी पंडित और डोगरा समुदाय के कर्मचारी घाटी से बाहर स्थानांतरित करने की मांग कर रहे थे.

जम्मू कश्मीर को देश का ताज करार देते हुए जम्मू कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा था कि हमें पाकिस्तान के उन नापाक मंसूबों को नाकाम करने के लिए साथ खड़े रहना होगा जिसके तहत घाटी से अल्पसंख्यकों और राष्ट्रवादी मुस्लिमों को बलपूर्वक निकालने के लिए प्रायोजित आतंकवादियों के जरिये लक्षित हत्याओं की साजिश रची जा रही है .

रैना ने यहां पार्टी मुख्यालय में कश्मीरी पंडितों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि हम पिछले 32 वर्षों से पाकिस्तान प्रायोजित छद्म युद्ध लड़ रहे हैं और हमारी पुलिस, सेना तथा अर्धसैनिक बल हजारों आतंकवादियों को समाप्त कर पड़ोसी मुल्क को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं.

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उन्होंने कहा था कि हम पंडितों, डोगरा और देश के अन्य भागों से आए सभी राष्ट्रवादियों से अपील करते हैं कि वे रुक जाएं क्योंकि हमें दुश्मनों की साजिश को नाकाम करने के लिए हाथ मिलाना है. रैना ने कहा था कि सरकार ने उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाने और उचित सुरक्षा प्रदान करने की घोषणा कर दी है.