प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तरी पश्चिम बंगाल में 4,500 करोड़ रुपये से अधिक की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शनिवार को लोकार्पण किया. पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी का कहना है कि उत्तर बंगाल हमेशा से प्रधानमंत्री का गढ़ रहा है. सुवेंदु अधिकारी ने कहा, "उत्तर बंगाल पीएम मोदी का गढ़ है. यहां लोग उनका सम्मान करते हैं, उनसे प्यार करते हैं और उन्हें अपना मानते हैं. उत्तर बंगाल 2014 से पीएम मोदी के पक्ष में है. 2019 में उनका वोट प्रतिशत बढ़ा और 2021 में उनका समर्थन आधार बढ़ गया."
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपनी सिलीगुड़ी यात्रा के दौरान तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी INDI गठबंधन पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जब लोग संघर्ष कर रहे हैं या पीड़ित हैं, तो इसका पश्चिम बंगाल सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है.
सिलीगुड़ी में एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि टीएमसी के 'टोलाबाजों' को फायदा पहुंचाने के लिए 25 लाख फर्जी जॉब कार्ड बनाए गए और लोगों को दिए गए. उन्होंने कहा, "टीएमसी सरकार 'टोलाबाज़' द्वारा चुने गए लोगों को पैसा देती है. जब आप संघर्ष कर रहे हों या पीड़ित हों, तो इससे टीएमसी पर कोई असर नहीं पड़ता. पूरा देश इस बात पर चर्चा कर रहा है कि टीएमसी नेताओं ने संदेशखाली की दलित और आदिवासी महिलाओं के साथ क्या किया. महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और लूटपाट गरीबों की मेहनत की कमाई, टीएमसी के 'तोलाबाज' यही करते हैं."
इसके अलावा, मनरेगा मजदूरी (जिस मुद्दे पर ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सरकार लंबे समय से विरोध कर रही है) जारी करने को लेकर टीएमसी पर निशाना साधते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र दिल्ली से पैसा भेजता है, लेकिन टीएमसी सरकार ने इसे लूट लिया.
टीएमसी सरकार की बदनीयती का पर्दाफाश करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "टीएमसी सरकार आपको हर कदम पर लूट रही है. पीएम मोदी दिल्ली से मनरेगा की मजदूरी का पैसा भेजते हैं, लेकिन यहां की टीएमसी सरकार ने आपको हर कदम पर लूटा है. टीएमसी के 'टोलाबाजों' को फायदा पहुंचाने के लिए ', 25 लाख फर्जी जॉब कार्ड बनाए गए और लोगों को दिए गए. अगर मोदी गरीबों के घरों में पैसा भेजते हैं, तो टीएमसी सरकार आपका पैसा 'टोलाबाजों' द्वारा चुने गए लोगों को देती है."
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में हर कोई पश्चिम बंगाल की समस्याओं को देख पा रहा है लेकिन विडंबना यह है कि पहले वामपंथियों ने आपकी बात नहीं सुनी और फिर टीएमसी ने भी आपको नजरअंदाज कर दिया. वे गरीबों की जमीन लूटने में लगे थे.
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