उत्तर प्रदेश के नोएडा में ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है. ठगी करने वाले एक हाईप्रोफाइल गैंग ने पॉश इलाके में एक बड़ा दफ्तर खोला. 100 से ज्यादा कर्मचारी रखे. मेडिकल में सरकारी कॉलेजों में दाखिला कराने के नाम लोगों से करोड़ों रुपए लिए और अब दफ्तर बंद करके पूरा गैंग फरार हो गया है. पुलिस केस दर्ज कर आरोपियों को पकड़ने के लिए अलग अलग राज्यों में दबिश दे रही है. गिरोह ने नोएडा सेक्टर 63 के एक इमारत में सितंबर के महीने में 2 फ्लोर किराए पर लिया था. 2 लाख रुपए महीने के किराए पर करियर जंक्शन नाम से एक दफ्तर खोला गया था. दफ्तर में सीईओ,मैनेजर ,अकाउंटेंट, एचआर मैनेजर और कॉलर सब मिलाकर 100 से ज्यादा लोग स्टाफ के तौर पर थे. इस दफ्तर से कॉलर ऐसे लोगों को फोन करने लगे जिनके बच्चे एमबीबीएस में दाखिला चाह रहे थे या नीट का एग्जाम पास करने के बाद अच्छे कॉलेज में दाखिला चाह रहे थे.
दिल्ली के बदरपुर के रहने वाले निर्मल चंद को गिरोह ने सबसे पहले निशाना बनाया. उन्हें कॉल आया जिसमें उनसे कहा गया कि आपकी बेटी का दाखिला फरीदाबाद के अटल बिहारी मेडिकल कॉलेज में हो जायेगा. इसके बदले 30 लाख रुपए देने होंगे. सरकारी कॉलेज की चाहत में निर्मल चंद ने 20 लाख में सौदा तय कर लिया और पैसे के साथ बेटी के ,सभी दस्तावेज भी दे दिए.
इसके बाद निर्मल चंद को मेडिकल काउंसिल कमेटी का एक फर्जी लेटर और अटल बिहारी वाजपेयी कॉलेज का फर्जी एडमिशन लेटर देकर 19 दिसंबर को कॉलेज भेज दिया. वहां पता चला की इस कॉलेज से कोई एडमिशन लेटर जारी नहीं हुआ है. इसके बाद आरोपियों के मोबाइल फोन बंद आने लगे. निर्मल चंद ने 15 लाख रुपए कैश दिया था जबकि 5 लाख ऑनलाइन दिया था.
निर्मल चंद ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि मैं सेक्टर 63 के डी ब्लॉक के दफ्तर में आया. मेरा ये था की मैं नोएडा में शारदा कॉलेज में अपनी बच्ची का एडमिशन कराऊंगा. इन्होंने कहा की प्राइवेट कॉलेज में क्या करोगे सरकारी कॉलेज में करवा देता हूं. इसके लिए 30 लाख रुपए देने होंगे. उन्होंने बताया की सरकारी कॉलेज में स्ट्रे राउंड में ऐसी सीटें होती हैं जो खाली हो जाती हैं. हमारा कॉलेज से टाई अप होता है ,हम डोनेशन देकर उन्हें करा लेते हैं)
इसी तरह दिल्ली के गीता कॉलोनी के रहने वाले वली खान भी इस गैंग के ठगी के शिकार हुए. वली की बेटी ने नीट की परीक्षा भी पास कर ली थी और उसका दाखिला लखनऊ के एक प्राइवेट कॉलेज में होने वाला था. लेकिन इसी बीच इस गैंग के जाल में फंस गए. आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज में दाखिला कराने के नाम पर इनसे 20 लाख रुपए ले लिए गए. कॉलेज का फर्जी स्टांप लगा लेटर देकर वली को भी 19 दिसंबर को आगरा के सरोजिनी नायडू कॉलेज भेज दिया गया. इनका कहना है की गैंग के लोगों का ऑफिस देखकर वो समझ ही नहीं पाए कि ये ठग हैं.
इसी प्रकार नोएडा की रहने वाली प्रीति से इस गैंग ने संपर्क किया और उनकी बेटी का आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज में दाखिला कराने के नाम पर 14 लाख रुपए ले लिए,प्रीति जब कॉलेज पहुंची तो पता चला की वो ठगी गई हैं.
प्रीति ने कहा कि हम कॉलेज का अलॉटमेंट लेकर पहुंचे.,लेटर इतना ओरिजनल था की जो डेली अलॉटमेंट कर रहा था कॉलेज में वो भी धोखा खा गया. वो मुझसे कहने लगे लाइए डॉक्यूमेंट लाइए. फिर मैंने कहा कि एक बार चेक कर लो. क्योंकि और भी पेरेंट्स थे वहां पर जिनके साथ ये फ्रॉड हुआ था. फिर उसने चेक करके बताया की ये फर्जी है. फिर मैंने कहा की अभी तो आप कह रहे थे की सही है. इसके बाद हमने उन्हें कॉल किया तो उनका मोबाइल ऑफ हो गया.
पुलिस ने इस मामले को लेकर केस दर्ज कर लिया है ,पुलिस के पास अब तक 25 से ज्यादा शिकायतें आ चुकी हैं,हालाकि पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही. जांच में पता चला है आरोपियों ने सबको अपने फर्जी नाम बताए थे,ये पूरा गैंग है जिस पर पहले से इसी तरह की ठगी के कई केस दर्ज हैं. पुलिस के मुताबिक गैंग के मास्टरमाइंड ने अपना नाम अजय आलोक बताया था जबकि उसका असली नाम नीरज कुमार है , उस खिलाफ हत्या के भी 2 मामले दर्ज है और उसे नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था.
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