गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
सरकार ने बुधवार को कहा कि ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है, जिससे गोविंद पंसारे, नरेंद्र दाभोलकर और एमएम कलबुर्गी की हाल ही में हुई हत्याओं के बीच किसी भी प्रकार के संबंध का पता चलता हो। गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। गौरतलब है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा में असहनशीलता के मुद्दे पर चर्चा के दौरान कहा था कि देश में बुद्धिजीवियों की हत्या होती है और पीएम मोदी एक शब्द नहीं कहते। (पढ़ें : बुद्धिजीवियों की निर्मम हत्याएं हुईं और पीएम मोदी के पास कहने के लिए कुछ नहीं है : राहुल गांधी)
प्रतिबंध का कोई प्रस्ताव नहीं
रिजिजू ने बताया, ‘‘उपलब्ध सूचना के अनुसार, इस आशय की कोई रिपोर्ट नहीं है, जो तर्कवादियों गोविंद पंसारे, नरेंद्र दाभोलकर और एमएम कलबुर्गी की हाल ही में हुई हत्याओं के बीच कोई संबंध दर्शाती हो।’’ रिजिजू ने बताया कि वर्तमान में दक्षिणपंथी संगठन सनातन संस्था पर प्रतिबंध लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
सनातन संस्था हाल ही में तब खबरों में आई थी, जब उसके एक सदस्य को पंसारे की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि सनातन संस्था ने माना था कि आरोपी उसका सदस्य है, लेकिन पंसारे की हत्या में संस्था की कोई भूमिका होने से उसने इंकार किया था।
रख रहे हैं नजर
रिजिजू ने बताया कि देश में शांति एवं सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के उद्देश्य को प्रभावित करने वाले सभी संगठनों की गतिविधियों पर कानून एजेंसियां लगातार नजर रखे हुए हैं और आवश्यकता के अनुरूप अपेक्षित कार्रवाई की जाती है।
वामपंथी राजनीतिज्ञ और लेखक पंसारे को महाराष्ट्र के कोल्हापुर में 16 फरवरी 2015 को गोली मार दी गई थी। उनकी घटना के पांच दिन बाद मौत हो गई थी।
तर्कवादी एवं लेखक दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को पुणे में हत्या कर दी गई थी। कन्नड़ लेखक एमएम कलबुर्गी की 30 अगस्त, 2015 को कर्नाटक के धारवाड़ जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
प्रतिबंध का कोई प्रस्ताव नहीं
रिजिजू ने बताया, ‘‘उपलब्ध सूचना के अनुसार, इस आशय की कोई रिपोर्ट नहीं है, जो तर्कवादियों गोविंद पंसारे, नरेंद्र दाभोलकर और एमएम कलबुर्गी की हाल ही में हुई हत्याओं के बीच कोई संबंध दर्शाती हो।’’ रिजिजू ने बताया कि वर्तमान में दक्षिणपंथी संगठन सनातन संस्था पर प्रतिबंध लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
सनातन संस्था हाल ही में तब खबरों में आई थी, जब उसके एक सदस्य को पंसारे की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि सनातन संस्था ने माना था कि आरोपी उसका सदस्य है, लेकिन पंसारे की हत्या में संस्था की कोई भूमिका होने से उसने इंकार किया था।
रख रहे हैं नजर
रिजिजू ने बताया कि देश में शांति एवं सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के उद्देश्य को प्रभावित करने वाले सभी संगठनों की गतिविधियों पर कानून एजेंसियां लगातार नजर रखे हुए हैं और आवश्यकता के अनुरूप अपेक्षित कार्रवाई की जाती है।
वामपंथी राजनीतिज्ञ और लेखक पंसारे को महाराष्ट्र के कोल्हापुर में 16 फरवरी 2015 को गोली मार दी गई थी। उनकी घटना के पांच दिन बाद मौत हो गई थी।
तर्कवादी एवं लेखक दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को पुणे में हत्या कर दी गई थी। कन्नड़ लेखक एमएम कलबुर्गी की 30 अगस्त, 2015 को कर्नाटक के धारवाड़ जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
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