बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के उस दावे का खंडन किया है, जिसमें कहा गया था कि 'वह उप राष्ट्रपति बनना चाहते थे.' नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा का ये आरोप मजाक है. भाजपा सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि जदयू के कई नेता आए थे और कहा था कि नीतीश कुमार को उप राष्ट्रपति बना दीजिए और आप बिहार में शासन कीजिए. लेकिन भाजपा ने ऐसा नहीं किया, क्योंकि हमारे पास पहले से ही उम्मीदवार था. सुशील मोदी ने कहा कि इनकार होने के बाद नीतीश कुमार ने भाजपा को धोखा देते हुए गठबंधन छोड़ दिया.
वहीं, नीतीश कुमार ने कहा, 'हमने राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति चुनावों में एनडीए उम्मीदवारों का समर्थन किया. यह एक मजाक है कि मैं उपराष्ट्रपति बनना चाहता हूं.'
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी सुशील मोदी के आरोपों का बुधवार को खंडन किया था. उन्होंने कहा कि वे कहानियां बना रहे हैं.
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नीतीश कुमार ने बुधवार को आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री की शपथ ली. वहीं राजद नेता तेजस्वी यादव को डिप्टी सीएम बनाया गया है. नीतीश कुमार ने भाजपा गठबंधन का साथ छोड़कर एक बार फिर महागठबंधन का साथ पकड़ा है. सात दलों वाले महागठबंधन ने नीतीश कुमार को गठबंधन का नेता बनाया है.
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बता दें, नीतीश कुमार 2017 में महागठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए के साथ चले गए थे. 2015 में उन्होंने महागठबंधन के सहयोग से सरकार बनाई थी. उन्होंने इससे पहले साल 2014 में एनडीए का साथ छोड़ा था.
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