हमास के प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत से पहले क्या हुआ था इसकी चर्चा केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक किताब की लांचिंग के दौरान बताई.गडकरी ने कहा कि ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में जाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने मुझे जाने के लिए कहा. तो इसके लिए ईरान गया था. वहां पर एक फाइव स्टर होटल में शपथग्रहण से पहले कई देशों के राष्ट्र प्रमुख चाय और कॉफी पर बैठे थे.इसी दौरान वहां सभी अलग अलग राष्ट्रों के प्रमुख थे लेकिन एक व्यक्ति जो वहा पर राष्ट्र प्रमुख नहीं था वहां था हमास का नेता इस्माइल हानिया.मेरी उससे मुलाक़ात हुई.मैंने देखा कि वह वहां के राष्ट्रपति और मुख्य न्यायाधीश के साथ-साथ शपथ ग्रहण में जा रहा था.
गडकरी ने बताया कि शपथग्रहण के बाद मैं अपने होटल में आकर हो गया लेकिन रात के करीब 4 बजे मेरे पास भारत के ईरान के राजदूत आए और कहा की हमे यहां से निकलना होगा. इसपर मैंने पूछा कि क्या हुआ, तो उन्होंने बताया कि हमास के प्रमुख की हत्या हो गई.इस पर मैंने चौंक के पूछा कि कैसे हुआ, तो उन्होंने कहा कि इसका अभी तो पता नहीं. गडकरी ने कार्यक्रम में बताया की देश अगर ताक़तवर है तो फिर कोई देश आपके ऊपर हाथ नहीं उठा सकता.
इसका उदाहरण है इज़राइल जो छोटा देश होने के बावजूद अपने टेक्नोलॉजी और सैन्य क्षमता के बल पर पूरे दुनिया में धाक जमाए है.बता दें कि हमास चीफ इस्माइल हानिया की 31 जुलाई को सुबह करीब 1:15 बजे तेहरान में हत्या कर दी गई थी.वे तेहरान में आईआरजीसी की निगरानी वाले एक अति सुरक्षित सैन्य परिसर में ठहरे हुए थे, इसी दौरान उन्हें निशाना बनाया गया.
हानिया ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियान के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए तेहरान पहुंचे थे.ईरान की एलीट रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (आईआरजीसी) ने ब्लास्ट के बाद एक बयान जारी कर कहा था कि हानिया को उन्हें निशाना बनाने के लिए कम दूरी से मार करने वाली मिसाइल का इस्तेमाल किया गया था.इस हमले में हनिया के साथ उनके बॉडीगार्ड की भी मौत हो गई थी.गडकरी ने कहा कि यह आज भी लोगों को नहीं पता हैं कि उसे मारा कैसे गया. कोई कहता हैं मोबाइल चलाने की वजह से मारा गया या किसी और तरीके से.उन्होंने कहा कि क्षमता को बढ़ाना होगा साथ ही हमारे देश के एक्सपोर्ट को भी बढ़ाना होगा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं