दिल्ली में शुक्रवार को मानसून के पहले दिन लगातार तीन घंटे तक हुई बारिश के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए. आखिर कल हुई बारिश में दिल्ली क्यों डूबी गई? ये सवाल हमने जलवायु परिवर्तन को लेकर NDTV के टेलीथॉन 2024 में आए एक्सपर्ट्स से पूछा. इस सवाल के जवाब पर जलवायु एक्टिविस्ट हरजीत सिंह ने कहा कि हमने देख लिया है पिछले 24 से 36 घंटों में की हम किसी भी आपदा के लिए तैयार नहीं है. चाहे वो हिट वेव हो और चाहे वो ज्यादा बारिश हो. क्योंकि हमने ऐसे शहर बनाए ही नहीं है, जो हमें आपदा से बच सकें. हमारा ड्रैनिंग सिस्टम कुछ घंटों की बारिश नहीं झेल सकता है.
"ये विकास है कि विनाश है"
जलवायु एक्टिविस्ट हरजीत सिंह ने आगे कहा कि हमने शहर में ग्रीन और ब्लू स्पेसेस जिन्हें हम बोलते हैं, वॉटर बॉडीज को मेंटन नहीं किया है. जिस तरह से हमने कंक्रीट का इस्तेमाल करके यहां पर हीट आइलैंड बनाया है, उसकी वजह से अब रात में भी गर्मी कम नहीं हो रही है. तो सबसे बड़ा सवाल आता है कि ये विकास कैसा है, ये विकास है कि विनाश है. हमारा विकास प्राकृतिक के साथ तालमेल बनाकर होना चाहिए जो कि हुआ नहीं है.. हमने ग्रीन स्पेसेस को खत्म किया है. हमारा ड्रैनिंग सिस्टम बेकार है.
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