
- NDTV वर्ल्ड समिट में पीएम मोदी ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने और नक्सलवाद से मुक्त करने का संकल्प जताया
- श्रीलंका की पीएम हरिनी अमरसूर्या ने आर्थिक संकट के दौरान मदद के लिए भारत और पीएम मोदी को धन्यवाद कहा
- ब्रिटेन के पूर्व पीएम ऋषि सुनक ने भारत को आर्थिक महाशक्ति बताते हुए भारत-ब्रिटेन संबंधों पर चर्चा की
दो दिवसीय NDTV World summit का शनिवार को समापन हो गया. राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक भारत मंडपम में इन दो दिनों में देश-दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों के महारथी जुटे. एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, श्रीलंका की पीएम डॉ. हरिनी अमरसूर्या, यूके के पूर्व पीएम ऋषि सुनक, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव जैसे कई राजनेता एक मंच पर इकट्ठा हुए, वहीं प्रमुख कल्चरल आइकॉन्स, बिजनेस लीडर्स, इनोवेटर्स, थिंकर्स और खेल जगत की हस्तियां भी आईं.
भारत रुकने के मूड में नहीं : नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी ने NDTV के सेशन की थीम अनस्टॉपेबल भारत की तारीफ करते हुए कहा कि वाकई आज भारत रुकने के मूड में भी नहीं है. हम न रुकेंगे और न थमेंगे. उन्होंने कहा कि आज का भारत सर्जिकल स्ट्राइक करके, एयर स्ट्राइक करके, ऑपरेशन सिंदूर करके मुंहतोड़ जवाब देता है. आज चिप से लेकर शिप तक चारों तरफ आत्मविश्वास से भरा हुआ भारत नजर आता है. पीएम मोदी ने NDTV के मंच से देशवासियों को विश्वास दिलाया कि वो दिन दूर नहीं, जब देश नक्सलवाद से, माओवादी आतंक से पूरी तरह मुक्त होगा.. ये भी मोदी की गारंटी है.
मदद के लिए भारत को थैंक्यूः श्रीलंकाई PM
श्रीलंका की प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या ने आर्थिक संकट के दौरान श्रीलंका की मदद करने के लिए NDTV के मंच से भारत और पीएम मोदी को धन्यवाद कहा. उन्होंने कहा कि भारत श्रीलंका का विश्वसनीय पार्टनर हैं. अमरसूर्या ने भारत में बिताए अपने पुराने दिनों को याद किया. बताया कि उन्हें यहां के छोले भटूरे बहुत पंसद हैं. बॉलीवुड की फिल्में भी अच्छी लगती हैं. उनका कहना था कि मैंने भारत को ट्रांसफॉर्म होते हुए देखा है.
भारत अब आर्थिक सुपरपावरः ऋषि सुनक
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने क्रिकेट से लेकर राजनीति और भारत-ब्रिटेन के रिश्तों पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि भारत अब आर्थिक सुपर पावर है. पिछले कुछ दशकों में चीजें काफी बदली हैं. इस दौरान उन्होंने निजी बातें भी बताईं. बताया कि उन्हें राजनीति में आने के लिए किसने कहा था. सास या ससुर में से ज्यादा उपयोगी सलाह उन्हें कौन देता है. ये भी बताया कि दिवाली के लिए उन्होंने भारत में आकर क्या-क्या शॉपिंग की है. यूके ले जाने के लिए क्या मिठाई पैक कराई है.
भारत पर टैरिफ लगाकर ट्रंप ने गलत कियाः टोनी एबॉट
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने पाकिस्तान, चीन, भारतीय प्रधानमंत्री, यूक्रेन, ताइवान और क्रिकेट समेत कई अन्य विषयों पर बात की. इस दौरान उन्होंने भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों को सदियों पुराना बताते हुए उसे मजबूत और भरोसेमंद बताया. टोनी एबॉट ने इस दौरान चीन पर विस्तार से बात की और कहा कि भारत आने वाले वक्त में उसका विकल्प बन सकता है. उन्होंने ये भी कहा कि ट्रंप ने भारत पर भारी टैरिफ लगाकर गलत कदम उठाया है.
डीपफेक का समाधान ढूंढ रहा भारतः अश्विनी वैष्णव
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने एनडीटीवी के मंच से डीपफेक के बढ़ते खतरों को लेकर आगाह किया तो ये भी बताया कि भारत किस तरह आगे बढ़कर तकनीकी और कानूनी दोनों तरह से समाधान तलाश रहा है. भारत की टेक्नोलोजी क्रांति के बारे में बताया कि देश अब 2 नैनो मीटर की चिप बना रहा है. उन्होंने स्वदेशी एआई SARVAM AI के बारे में बताया कि ये जल्द आने वाला है और वो खुद इसका इस्तेमाल शुरू करेंगे. उन्होंने 5जी के बाद 6जी नेटवर्क, आधार सिस्टम, एआई वीडियो जैसे तमाम मुद्दों पर विस्तार से अपनी बातें रखीं.
भारत में गोल्फ में काफी संभावनाएंः अमिताभ कांत
जी20 के पूर्व शेरपा और प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया (PGTI) के गवर्निंग बॉडी मेंबर अमिताभ कांत ने दावा किया कि भारत में अगर किसी खेल में सबसे ज्यादा पोटेंशियल है तो गोल्फ में ही है. आने वाले समय में गोल्फ के टॉप चैंपियन भारत से ही निकलेंगे, अगला टाइगर वुड्स इंडिया से ही आएगा. उन्होंने इस सवाल का भी जवाब दिया कि इतने लंबे समय तक सरकारी सेवा में रहने के बाद उन्होंने गोल्फ क्यों चुना. उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली में G-20 के आयोजन के पीछे गोल्फ की भी एक बड़ी भूमिका थी.
क्रिकेट से ज्यादा गोल्फ में दोस्त बनेः कपिल देव
एनडीटीवी गोल्फ प्रो-एम की लॉन्चिंग के मौके पर पीजीटीआई के अध्यक्ष कपिल देव ने बताया कि उन्होंने क्रिकेट के मैदान पर उतने दोस्त नहीं बनाए, जितने गोल्फ फील्ड पर बने हैं. कपिल देव ने कहा कि गोल्फ एकमात्र खेल है जिसे आप किसी भी उम्र में खेल सकते हैं. गोल्फ और क्रिकेट की तुलना करते हुए बताया कि ये खेल कितना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. इस दौरान उन्होंने ये भी बताया कि सुनील गावस्कर ने उनके साथ गोल्फ खेलने से क्यों मना कर दिया था.
हर प्लेयर को खुश नहीं कर सकतेः अजीत अगरकर
मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने एनडीटीवी के मंच से टीम के चयन को लेकर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि हर किसी प्लेयर को खुश करना चयनकर्ताओं का काम नहीं होता, उनका काम होता है कि वह सबसे बेस्ट टीम चुनकर दें. अगरकर ने कहा कि एक सेलेक्टर के लिए सबसे अहम काम होता है कि वह अगले कुछ सालों के लिए भारतीय क्रिकेट को और आगे लेकर जाए. हम किसी भी टीम का चयन भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखकर करते हैं. हमारा लक्ष्य अगले कुछ सालों में भारतीय क्रिकेट को और ऊंचाई पर लेकर जाने का होता है.
भविष्य में पेमेंट का तरीका बदलने वाला हैः गौतम अग्रवाल
मास्टरकार्ड के दक्षिण एशिया के प्रेसिडेंट गौतम अग्रवाल ने भविष्य के ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम की झलक दिखाई और कहा कि आज जैसे प्लास्टिक से बने क्रेडिट-डेबिट कार्ड भविष्य में नहीं होंगे. ये डिजिटल रूप ले लेंगे. कई कंपनियां इस ओर तेजी से काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य में पेमेंट का तरीका भी पूरी तरह से बदलने वाला है. गौतम ने बताया कि तेजी से ऐसे फॉर्मेट पर काम किया जा रहा है, जिससे लोगों को ओटीपी से छुटकारा मिल जाएगा.
भारत में गोल्ड समाज का अभिन्न हिस्सा: सचिन जैन
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल रीजनल सीईओ सचिन जैन ने कहा कि भारत में सोना सामाजिक ताने-बाने का एक अभिन्न अंग है. सोने ने सबसे महत्वपूर्ण और अचल सुरक्षा के रूप में काम किया है. हमने राजे-रजवाड़ों, राजकोषों और मंदिरों में सोने के किस्से देखे हैं. जैन ने कहा कि गोल्ड काउंसिल में हम सोने के एक्सपर्ट हैं. सोना वर्षों से शाश्वत रूप से प्रभावशाली रहा है. यह केवल एक सुस्त परिसंपत्ति वर्ग नहीं है, बल्कि एक ऐसा परिसंपत्ति वर्ग है, जिसने इस उतार-चढ़ाव भरे दौर में भी अभूतपूर्व प्रदर्शन किया है.
नितिन मित्तलः AI से एक भी नौकरी जाते नहीं देखी
डेलॉयट के प्रिंसिपल और ग्लोबल AI लीडर नितिन मित्तल ने ने कहा कि AI इकोनॉमी भविष्य है. AI प्रणालियां जो न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप के साथ अपने लक्ष्य निर्धारित कर सकती हैं, योजना बना सकती हैं और कार्रवाई कर सकती हैं. उन्होंने दावा किया कि मैंने एआई के कारण एक भी नौकरी जाते नहीं देखी. कोडिंग इसका एक आदर्श उदाहरण है. जिन नौकरियों पर असर पड़ता है, वे इंसान द्वारा की जाने वाली होती हैं, जैसे कि व्हाइट कोडिंग. ख़ास तौर पर एजेंटिक एआई, और निकट भविष्य में फ़िज़िकल एआई, नौकरियों पर असर डालेगा.
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