महाराष्ट्र की 11 सीटों पर चौथे फेज में सोमवार (13 मई) को वोटिंग हुई. इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) गुट ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. NCP शरद पवार गुट ने आरोप लगाया कि पुणे के एक स्ट्रॉन्गरूम के CCTV कम से कम 45 मिनट तक बंद रहे. यहां बारामती लोकसभा क्षेत्र (Baramati Lok Sabha Constituency) की EVM रखी गई थीं. पार्टी की वरिष्ठ नेता सुप्रिया सुले ने इस मामले में चुनाव आयोग से स्पष्टीकरण की मांग की है.
सुप्रिया सुले ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के संबंध में विपक्ष की कई आपत्तियों पर पलटवार करते हुए मामले को संदिग्ध बताया है. निर्वाचन क्षेत्र की रिटर्निंग अधिकारी कविता द्विवेदी ने कहा है कि स्ट्रॉन्गरूम के CCTV अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था. हालांकि, उन्होंने कैमरे अस्थायी तौर पर बंद के लिए कोई कारण नहीं बताया.
बारामती लोकसभा मतदारसंघातील ईव्हीएम ठेवलेल्या गोदामातील सीसीटीव्ही यंत्रणा पूर्णतः कार्यरत.सर्व डेटा सुरक्षित, फक्त डिस्प्ले काही वेळासाठी बंद-निवडणूक निर्णय अधिकारी कविता द्विवेदी यांचे स्पष्टीकरण.@CEO_Maharashtra@SpokespersonECI@supriya_sule#LokSabhaElection2024 #Baramati pic.twitter.com/eH8WGASTgs
— DISTRICT INFORMATION OFFICE, PUNE (@Info_Pune) May 13, 2024
जिला सूचना कार्यालय ने X पर एक पोस्ट में चुनाव रिटर्निंग अधिकारी कविता द्विवेदी के हवाले से लिखा गया- ''बारामती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के स्ट्रॉन्गरूम में CCTV सिस्टम पूरी तरह से चालू है. सभी डेटा सुरक्षित हैं, सिर्फ डिस्प्ले अस्थायी रूप से बंद है."
बारामती लोकसभा मतदारसंघाचे मतदान पार पडल्यानंतर त्या इव्हिएम ज्या गोडावूनमध्ये ठेवल्या आहेत, तेथील सीसीटिव्ही आज सकाळी ४५ मिनिटे बंद पडले होते. इव्हिएमसारखी अतिशय महत्वाची गोष्ट जेथे ठेवलेली आहे, तेथील सीसीटिव्ही बंद पडणे ही बाब संशयास्पद आहे. तसेच हा खुप मोठा हलगर्जीपणा देखील… pic.twitter.com/8HmqR2icHn
— Supriya Sule (@supriya_sule) May 13, 2024
न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, बारामती लोकसभा सीट से NCP (शरदचंद्र पवार) और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले के चुनाव प्रतिनिधि लक्ष्मीकांत खाबिया ने कहा, ''भारतीय खाद्य निगम के गोदाम (FCI) में सुबह 10.30 से 11.15 बजे के बीच CCTV बंद कर दिए गए, जहां वोटिंग के बाद बारामती निर्वाचन क्षेत्र के EVM स्टोर किए गए हैं. चुनाव अधिकारियों ने हमें बताया कि CCTV चौबीसों घंटे काम करेंगे. हमारी पार्टी के प्रतिनिधि निगरानी रखने के लिए तैनात हैं.''
पिछले साल जुलाई में अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार से बगावत कर दी थी. वो अपने समर्थक विधायकों के साथ बीजेपी-शिंदे गठबंधन वाली सरकार में शामिल हो गए थे. जिसके बाद अजित पवार डिप्टी सीएम बनाए गए. उनकी बगावत के बाद पार्टी के 53 विधायकों में से सिर्फ 12 एनसीपी संस्थापक शरद पवार का समर्थन कर रहे हैं. जबकि 41 विधायक अजित पवार के साथ हैं.
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