नगालैंड में बेकसूर ग्रामीणों की सुरक्षाबलों के हाथों मौत का मामला गरमाता जा रहा है. शनिवार को नगालैंड की राजधानी कोहिमा में बड़ा विरोध प्रदर्शन निकाला गया. इसमें गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और अफस्पा कानून (AFSPA) के खिलाफ लोगों की नाराजगी देखी गई. मालूम हो कि नगालैंड के मोन जिले में पिछले हफ्ते सेना के हाथों मुठभेड़ में हुई चूक के दौरान 8 ग्रामीण मारे गए थे. इसके बाद भड़की हिंसा में 6 और ग्रामीणों की मौत हुई थी, जबकि एक सैनिक की जान गई थी.
मोन जिले में प्रदर्शनकारियों ने संसद में पिछले हफ्ते दिए गए अमित शाह के बयान को झूठा और बनावटी करार दिया और उनसे माफी की मांग की. प्रदर्शनकारियों ने उनका पुतला जलाया और अपना आक्रोश जाहिर किया. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अफस्पा को नगालैंड से तुरंत हटाया जाना चाहिए. उन्हें आशंका है कि अफस्पा का इस्तेमाल इस मामले में शामिल सैनिकों को बचाने के लिए किया जा सकता है.
प्रदर्शन करने वालों में ओटिंग गांव के ग्रामीण भी शामिल थे, जिनके समुदाय के लोग उस घटना में मारे गए थे. ये जनजातियां कोनयाक समुदाय से ताल्लुक रखती हैं. उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से माफी की मांग की है. साथ ही संसद में दिए गए उनके बयान को संसदीय रिकॉर्ड से हटाने को भी कहा है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं