नई दिल्ली : नजफगढ़ के पूर्व एमएलए भरत सिंह की हत्या की जांच में लगी पुलिस एक हफ्ते बाद मामले तह तक पहुंचने में लगी है। सूत्रों की मानें तो जांच में लगे क्राइम ब्रांच के अधिकारियों शक उत्तर प्रदेश की सुल्तानपुर जेल में बंद गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी पर गहरा रहा है।
मुन्ना बजरंगी पूर्व एमएलए कृष्णानंद रॉय की हत्या का आरोपी भी है। क्राइम ब्रांच को शक है कि भरत सिंह को मारने वाले शार्पशूटर मुन्ना बजरंगी ने ही मुहैया कराये हैं। पुलिस सूत्रों की माने तों सोनीपत में कई साल पहले हेमंत के पिता और बाबा की हत्या हुई थी उस हत्या का आरोप भरत सिंह और उसके भाई किशन पहलवान पर लगा था ।
हालांकि एफआईआर में भरत सिंह का नाम नहीं था ...किशन सिंह तब दिल्ली का डॉन था उस पर हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण जैसे 28 मुकदमे दर्ज थे, वहीं हेमंत का चाचा उदयवीर काले भी एक शातिर अपराधी था।
2013 में जब हेमंत को पुलिस ने आर्म्स एक्ट के एक मामले में गिरफ्तार किया तो उसने बताया कि वो भरत सिंह को मारना चाहता है, इसी के तहत भरत सिंह पर इन सभी ने हमला भी किया। भरत सिंह को गोलयां भी लगीं लेकिन वो बच गया।
इसके बाद हेमंत को लगा कि वो अपने दम पर भरत सिंह को नहीं मार सकता इसीलिए वो सुल्तानपुर जेल में मुन्ना बजरंगी से मिला और शार्प शूटर मुहैया कराने के लिए कहा। सूत्रों की मानें तो हेमंत ने अपनी 8 करोड़ जमीन बेचकर उसमें से 3 करोड़ रुपये डील के तौर पर दिये थे। वारदात के वक्त कुछ शूटर मुन्ना बजरंगी के थे जबकि कुछ उदयवीर काले के थे। हमले में हेमंत भी घायल हो गया था।
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