मुंडका अग्निकांड के पीड़ितों की डीएनए सैंपल रिपोर्ट फोरेंसिक टीम (Forensic Team) ने मंगलवार को दिल्ली पुलिस को सौंप दी. फोरेंसिक टीम ने लापता व्यक्तियों के परिवार के डीएनए के साथ कई नमूनों का मिलान किया. दिल्ली पुलिस के अनुसार, रक्त संबंधियों से 26 व्यक्तियों के डीएनए नमूने एकत्र किए गए थे. दिल्ली के मुंडका इलाके (Mundka fire case) में एक इमारत में आग लगने के मामले में कई परिवार दर दर भटक रहे हैं. उन्हें ये भी पता नहीं कि उनके अपने इस दुनिया में हैं भी या नहीं.
शवों की पहचान करने का ज़िम्मा दिल्ली सरकार की फॉरेंसिक साइंस लैब के पास है. एफएसएल रोहिणी की एक बड़ी टीम डीएनए जांच के जरिये इस काम को अंजाम देगी. उम्मीद है कि 2 हफ्ते के अंदर सभी शवों की पहचान हो जाएगी. मृतकों का आंकड़ा भी बढ़ सकता है. एफएसएल को जांच के लिए 100 सैम्पल मिले हैं. एफएसएल की डायरेक्टर दीपा वर्मा ने NDTV को बताया की संजय गांधी अस्पताल में कुल 27 शवों को सुरक्षित रखा गया और उनके परिवार के सदस्यों के खून के नमूने डीएनए प्रोफाइलिंग और मिलान के लिए एफएसएल भेजे गए.
मामले के शुरुआती चरण में 8 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया. अब सौंपे गए 8 शवों में से 7 के डीएनए प्रोफाइल का उनके परिवार के सदस्यों से मिलान किया जा चुका है. जबकि एक महिला के शव रंजू देवी का डीएनए प्रोफाइल उसके बेटे से मेल नहीं खाता. इसलिए उस शव के माता-पिता के रक्त के नमूने डीएनए मिलान के लिए लिए जा रहे हैं.
इसके अलावा, एफएसएल अधिकारियों ने आज शाम 3 अज्ञात शवों के डीएनए प्रोफाइल सौंपे हैं. इसके अलावा एफएसएल अधिकारियों से अमर नाथ गोयल के शव से मिलान के लिए उनके बेटे आरोपी हरीश गोयल और वरुण गोयल के नए खून के नमूने लेने के लिए कहा गया है. दरअसल, इस हादसे में मारे गए लोगों की पहचान नहीं हो पाई थी, क्योंकि उनके शव बुरी तरह जल गए हैं. 13 मई को दिल्ली के मुंडका में एक कार्यालय की इमारत में भीषण आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई थी.
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