- मुंबई के पवई इलाके में बच्चों को बंधक बनाने वाले आरोपी रोहित आर्या की पुलिस से हुई फायरिंग के बाद मौत हो गई.
- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले में जल्द विस्तृत जानकारी साझा करने का आश्वासन दिया है
- प्रदेश के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने बच्चों का किडनैप करना गलत बताया और सरकारी बिल से जुड़ा कारण बताया
मुंबई के पवई में बच्चों को बंधक बनाने के आरोपी रोहित आर्या की मौत हो गई है. पुलिस के मुताबिक, रोहित आर्या ने पुलिस पर फायरिंग की थी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लगी और फिर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. हालांकि अब इस मामले में बयानबाजी तेज हो गई है. इस मामले को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जल्द ही विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी. वहीं कांग्रेस ने इस मामले में राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाया है.
मुंबई की इस घटना के बारे में जब अमरावती में पत्रकारों ने पूछा तो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जल्द ही विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी. उनके पास गृह विभाग भी है.
सरकारी बिल के लिए ऐसा किया: सामंत
वहीं इस मामले में प्रदेश के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने बच्चों के किडनैप करने को गलत बताया है. उन्होंने कहा, “जब हमने इस केस की जांच की तो पता चला कि आरोपी ने कुछ सरकारी बिल के लिए ऐसा किया था. पुलिस ने क्या एक्शन लिया, इस बारे में तो वे ही जवाब देंगे, लेकिन अपने लिए पैसे जुटाने के लिए छोटे बच्चों को किडनैप करना गलत है. पुलिस ने इसी भावना से एक्शन लिया होगा.”
कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने रोहित आर्य के प्रति सहानुभूति जताई व्यक्त की और मुंबई शहर में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए.
सभी बच्चों को सुरक्षित मुक्त कराया: पुलिस
पुलिस उपायुक्त दत्ता नलावडे ने बताया, ‘‘दोपहर करीब डेढ़ बजे पवई पुलिस थाने को सूचना मिली कि महावीर क्लासिक बिल्डिंग में एक व्यक्ति ने 17 बच्चों को बंधक बना लिया है. मुंबई पुलिस की टीम ने बचाव अभियान चलाया और सभी बच्चों को सुरक्षित मुक्त करा लिया. बच्चों को मुक्त कराने के अभियान के दौरान आरोपी घायल हो गया, जिसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया और बाद में उसे मृत घोषित कर दिया गया.''
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