
पुलिस ने होटल में से जोड़ियों को बाहर निकालकर हिरासत में लिया था
मुंबई:
कुछ दिनों पहले मुंबई के कई होटलों में छापे मारने की कार्यवाही करने वाले मुंबई के वरिष्ठ पुलिस अफसर का तबादला कर दिया गया है। हालांकि पुलिस का कहना है कि अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर फट्टे सिंह पाटिल के नांदेड़ तबादले और अक्सा बीच पर मारे गए छापे के बीच कोई लेना देना नहीं है। लेकिन मराठवाड़ा का नांदेड़ जिला मुंबई से 600 किमो दूर है और उसकी सीमा तेलंगाना से लगती है, ऐसे में इस पोस्टिंग को किसी सज़ा से कम नहीं समझा जा रहा है।
गौरतलब है कि अक्सा बीच पर पड़ी रेड के दौरान पुलिस ने कई जोड़ियों को होटल के कमरों से बाहर निकाला और कथित रूप से उन्हें अपमानित और परेशान भी किया गया। सोशल मीडिया पर इस घटना की नैतिकता के नाम पर दादागिरी बताते हुए कड़ी आलोचना की गई जिसके बाद मुंबई पुलिस चीफ राकेश मारिया ने दो पुलिस अफसरों को फटकार लगाई, साथ ही मारे गए छापे और जोड़ियों के खिलाफ की गई कार्यवाही की जांच के आदेश दिए।
बता दें कि पाटिल ही उस जांच की देखरेख कर रहे थे जिसके बाद इस घटना को अंजाम दिया गया। इस मामले पर उनकी तरफ से अभी तक ना कोई रिपोर्ट जमा हुई है और ना ही किसी तरह का बयान आया है। 6 अगस्त को पुलिस ने एक छापे के दौरान मुंबई के मड आयलैंड और अक्सा इलाके के कई होटल और लॉज से 60 लोगों को निकाल बाहर किया, साथ ही कथित तौर पर उन्हें घंटो हिरासत में रखने के अलावा उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया गया।
पुलिस की कार्यवाही का शिकार हुए होटल स्टाफ और बाकी लोगों की माने तो छापे मारने वाले पुलिस कर्मचारियों का कहना था कि उन्हें ऊपर से विशेष तौर पर डीसीपी के आदेश मिले हैं। तेरह जोड़ियों पर सार्वजनिक रूप से अनुचित व्यवहार करने के लिए जु्र्माना लगाया गया जबकि एक महिला का आरोप है कि जुर्माना देने से मना करने पर एक महिला कांस्टेबल ने उसे थप्पड़ भी मारा।
पुलिस का कहना था कि उन्हें इलाके में रहने वाले लोगों से अनुचित व्यवहार, वैश्यावृत्ति और शराब पीकर होटल में हंगामा करने की शिकायत मिली थी जिसके बाद ये कदम उठाया गया था। शुरुआती जांच में कुछ भी सामने ना आने के बाद मारिया ने विस्तार में रिपोर्ट मांगी है।
गौरतलब है कि अक्सा बीच पर पड़ी रेड के दौरान पुलिस ने कई जोड़ियों को होटल के कमरों से बाहर निकाला और कथित रूप से उन्हें अपमानित और परेशान भी किया गया। सोशल मीडिया पर इस घटना की नैतिकता के नाम पर दादागिरी बताते हुए कड़ी आलोचना की गई जिसके बाद मुंबई पुलिस चीफ राकेश मारिया ने दो पुलिस अफसरों को फटकार लगाई, साथ ही मारे गए छापे और जोड़ियों के खिलाफ की गई कार्यवाही की जांच के आदेश दिए।
बता दें कि पाटिल ही उस जांच की देखरेख कर रहे थे जिसके बाद इस घटना को अंजाम दिया गया। इस मामले पर उनकी तरफ से अभी तक ना कोई रिपोर्ट जमा हुई है और ना ही किसी तरह का बयान आया है। 6 अगस्त को पुलिस ने एक छापे के दौरान मुंबई के मड आयलैंड और अक्सा इलाके के कई होटल और लॉज से 60 लोगों को निकाल बाहर किया, साथ ही कथित तौर पर उन्हें घंटो हिरासत में रखने के अलावा उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया गया।
पुलिस की कार्यवाही का शिकार हुए होटल स्टाफ और बाकी लोगों की माने तो छापे मारने वाले पुलिस कर्मचारियों का कहना था कि उन्हें ऊपर से विशेष तौर पर डीसीपी के आदेश मिले हैं। तेरह जोड़ियों पर सार्वजनिक रूप से अनुचित व्यवहार करने के लिए जु्र्माना लगाया गया जबकि एक महिला का आरोप है कि जुर्माना देने से मना करने पर एक महिला कांस्टेबल ने उसे थप्पड़ भी मारा।
पुलिस का कहना था कि उन्हें इलाके में रहने वाले लोगों से अनुचित व्यवहार, वैश्यावृत्ति और शराब पीकर होटल में हंगामा करने की शिकायत मिली थी जिसके बाद ये कदम उठाया गया था। शुरुआती जांच में कुछ भी सामने ना आने के बाद मारिया ने विस्तार में रिपोर्ट मांगी है।
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