जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) में हो रहे विधानसभा चुनाव में सभी दलों की तरफ से उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया जा रहा है. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (People's Democratic Party) की तरफ से बिजबेहरा सीट से इल्तिजा मुफ्ती को उम्मीदवार बनाया गया है. इल्तिजा मुफ्ती जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी हैं. इसके साथ ही जम्मू कश्मीर की राजनीति में मुफ़्ती मोहम्मद सईद के परिवार के तीसरी पीढ़ी की एंट्री हो गयी है. इल्तिजा मुफ्ती पीडीपी की परंपरागत सीट रही बिजबेहरा से चुनावी मैदान में है. यह वही सीट है जहां से पिछले चुनाव 2014 में मुफ़्ती मोहम्मद सईद को जीत मिली थी. इस सीट पर उनके सामने बीजेपी के सोफी यूसुफ और नेशनल कांफ्रेंस के डॉ. अहमद वीरी उम्मीदवार हैं.
साल 2019 में सुर्खियों में आईं थी इल्तिजा मुफ्ती
35 साल की इल्तिजा मुफ्ती तब सुर्खियों में आयी थी जब साल 2019 में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया था. केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद पीडीपी नेत्री महबूबा मुफ्ती को हिरासत में लिया गया था. इस दौरान उन्होंने कमान संभाली थी. पार्टी की तरफ से से उन्हें मीडिया सलाहकार नियुक्त किया गया था. उन्होंने महबूबा मुफ्ती के हिरासत को लेकर सवाल खड़ा करते हुए गृहमंत्री को पत्र लिखा था. बाद में उन्हें पार्टी की तरफ से एक के बाद एक कई जिम्मेदारियां दी गयी.
यूके से पढ़ाई कर चुकी हैं इल्तिजा
इल्तिजा मुफ्ती की स्कूलिंग कश्मीर से हुई. इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्री वेंकटेश्वर कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की. ग्रेजुएशन के बाद इल्तिजा यूके चली गयी वहां उन्होंने University of Warwick से इंटरनेशनल रिलेशन में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त कर इंडियन हाई कमीशन में सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर के तौर पर काम किया. इसके अलावा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में भी कुछ दिनों तक काम किया.
पार्टी की तरफ से टिकट मिलने पर इल्तिजा मुफ्ती ने क्या कहा?
इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि फिलहाल जिस दौर से जम्मू कश्मीर गुजर रहा है, जाहिर तौर पर यह बहुत उथल-पुथल भरा दौर है और इस दौर में मुझे लगता है कि हमारी आवाज ही हमारी ताकत है. पार्टी ने मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है और यह मेरे लिए एक बहुत बड़ी बात है. आर्टिकल 370 हटने के बाद से हमेशा मैंने कोशिश की है कि मैं अपनी आवाज उठाऊं. हमारी जम्मू कश्मीर की आवाम बहुत मुश्किल समय से गुजर रहे हैं. मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे जम्मू-कश्मीर की जनता की नुमाइंदगी करने का एक मौका मिलेगा.
उन्होंने कहा कि मैं ये चुनाव महबूबा मुफ्ती की बेटी की हैसियत में नहीं लड़ने जा रही हूं. मैं चुनाव एक कश्मीरी की हैसियत से लड़ना चाहती हूं और मैं लड़ रही हूं, क्योंकि यहां जो लोगों पर गुजर रही है, मैं उसको आवाज देना चाहती हूं. मैं एक पीडीपी कार्यकर्ता की तरह बिजबेहरा से चुनाव लड़ना चाहती हूं. मेरे लिए यह बहुत खास है, क्योंकि मुफ्ती साहब की परवरिश, कॉलेज, विश्वविद्यालय के बाद लॉ की प्रैक्टिस भी उन्होंने यहीं की. महबूबा मुफ्ती ने भी अपना पहला चुनाव यहीं से लड़ा.
2 बहनों में बड़ी है इल्तिजा
महबूबा मुफ्ती की 2 बेटियां हैं. इल्तिजा बड़ी बेटी हैं. इल्तिजा की छोटी बहन श्रीनगर में एक पब्लिक रिलेशंस प्रोफेशनल है. इल्तिजा पिछले 5 सालों में लगातार चर्चाओं में रही हैं. साल 2023 में लंबे समय तक पासपोर्ट का नवीनीकरण नहीं होने के बाद उन्होंने जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. अदालत के हस्तक्षेप के बाद उन्हें पासपोर्ट मिला था.
जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में होंगे चुनाव
चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव कराने की घोषणा की है, जिनमें 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होगा. मतों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी. चुनाव आयोग के मुताबिक, जम्मू और कश्मीर में 90 निर्वाचन क्षेत्रों में 87.09 लाख मतदाता हैं, जिनमें 42.6 लाख महिलाएं हैं. यहां पहली बार वोट देने वाले युवा मतदाताओं की संख्या 3.71 लाख है. कुल मिलाकर 20.7 लाख युवा मतदाता हैं, जिनकी आयु 20 से 29 वर्ष के बीच है.
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