MP : किसान दंपति ने बेटी के साथ की कथित आत्महत्या, पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध

गांव वालों का कहना है कि परिवार के सदस्य टीकमगढ़ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर न्याय मांगना चाहते थे लेकिन उनसे मुलाकात से ठीक पहले ही उनकी कथित तौर पर मौत हो गई. 

MP : किसान दंपति ने बेटी के साथ की कथित आत्महत्या, पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध

मध्यप्रदेश में किसान परिवार के सदस्यों ने की कथित तौर पर आत्महत्या

भोपाल:

मध्यप्रदेश में एक किसान दंपति ने अपनी बेटी के साथ कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने मृतक की पहचान 50 वर्षीय लक्ष्मण नामदेव, 45 वर्षीय रजनी नामदेव और 13 वर्षीय मिनी के रूप में की है. इन तीनों का शव रेलवे ट्रैक के पास से मिला है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जिन लोगों ने कथित तौर पर आत्महत्या की है वो अपने सात साल के बच्चे से पुलिस की पूछताछ को लेकर काफी परेशान थे. उनके सात साल के बेटे पर पुलिस ने कथित तौर पर चोरी करने का आरोप लगाया था. 

गांव वालों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस दंपति के घर पर सात साल के बच्चे से पूछताछ के लिए आई थी. पुलिस आने और छोटे बेटे से पूछताछ को लेकर किसान दंपति खासा परेशान था. इन आरोपों के बीच पुलिसकर्मियों, पूर्व सरपंच और पड़ोसियों पर कथित तौर पर साजिश में शामिल होने का शक जताया है. बता दें कि पुलिस ने दंपति के सात साल के बेटे के खिलाफ 20 हजार रुपये, सोने और चांदी के गहनों की चोरी के आरोपों को लेकर एक एफआईआर दर्ज की थी. 

बच्चे पर लगा था चोरी का आरोप

शिकायतकर्ता राकेश टीकमगढ़ डाकघर में काम करता है. उसने कहा कि उसकी पत्नी एक मीटिंग में शामिल होने के लिए बाहर गई थी और घर पर कोई नहीं था. इसी दौरान सात का बच्चा कथित तौर पर उनके घर के अंदर गिरी गेंद को लेने के लिए अंदर आया. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि इसके बाद लड़के ने एक कमरे से पैसे और गहने चुरा लिए. शिकायत में कहा गया है कि जाने से पहले लड़के ने कथित तौर पर पीतल और गिल्ट से बने नकली आभूषण छोड़े दिए थे. 

शिकायत पर उठे सवाल

राकेश की शिकायत के बाद सवाल ये उठता है कि क्या एक सात साल का बच्चा सोने और गिल्ट के बीच का फर्क पहचान सकता है? और क्या वह एक साथ 20 हजार रुपये चुराकर अपने जेब में रख सकता है? एक और सवाल यह है कि क्या पुलिस एक नाबालिग के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर सकती है, जो कि आपराधिक मामले में शामिल होने पर किशोर न्याय बोर्ड (जेजेबी) द्वारा नियंत्रित किया जाएगा.

कांग्रेस ने की जांच की मांग

गांव वालों का कहना है कि परिवार के सदस्य टीकमगढ़ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर न्याय मांगना चाहते थे लेकिन उनसे मुलाकात से ठीक पहले ही उनकी कथित तौर पर मौत हो गई. मध्यप्रदेश कांग्रेस ने इस मामले में न्यायिक जांच की मांग की है. साथ ही उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की गई है जिनकी वजह से इस परिवार के सदस्य ने कथित तौर पर आत्महत्या की. 

कमलनाथ ने सीएम से की अपील

राज्य के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने इस मामले को लेकर कहा कि मैं मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाना चाहता हूं कि मृतकों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि परिवार ने पुलिस उत्पीड़न के कारण आत्महत्या कर ली है. दो दिन पहले कटनी में भी एक दलित दंपति ने आत्महत्या कर ली थी. मैं मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूं कि परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए और दोषियों को सजा दी जाए.

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