Monsoon Session: कोविड संकट को देखते हुए मानसून सत्र में कई बदलाव किए गए हैं. कोरोना वायरस का संक्रमण सदन के अंदर ने फैले इसके लिए कई उपाय किए गए हैं. सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क की अनिवार्यता के साथ लोकसभा अध्यक्ष की तरफ से एक पत्र और DRDO किट सभी सांसदों को भी भेजी गया है. इस किट में मास्क, सैनिटाइजर और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली चाय और कोविड से बचाव का मैन्युअल है.
यह भी पढ़ें: संसद के मानसून सत्र से पहले बोले PM मोदी - उम्मीद है, सांसद एकजुट होकर संदेश देंगे कि देश सेना के वीर जवानों के साथ ह
लोकसभा अध्यक्ष द्वारा भेजी गई किट के साथ पत्र के जरिए सांसदों से सदन की कार्यवाही के दौरान सहयोग की अपेक्षा की गई है. पत्र में लिखा है कि संकट की स्थिति को देखते हुए मानसून संत्र 14 सितंबर से 1 अक्टूबर तक चलेगा. संसद का सत्र असाधारण परिस्थितियों के बीच संवैधानिक दायित्वों की पूर्ति के लिए किया जा रहा है. लिहाजा कोरोना से बचाव को देखते हुए लोकसभा सचिवों द्वारा आपकी सुरक्षा के लिए कुछ इंतजाम किए गए हैं. साथ ही आपको एक DRDO की किट भेजी जा रही है, जिसमें मास्क, सैनिटाइजर और इम्यूनिटी बढ़ाने वाली चाय शामिल है.
यह भी पढ़ें: मानसून सत्र में हिस्सा लेंगे फारूक अब्दुल्ला, अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार होंगे शामिल
बता दें कि कोरोना संकट के बीच संसद में आज से 18 दिनों के मानसून सत्र की शुरुआत हुई. सत्र में सीमा पर चीन के साथ गतिरोध, कोविड-19 का प्रकोप से निपटने में सरकार की नीतियां, आर्थिक चुनौतियां जैसे मुद्दे छाए रहने की संभावना है. जहां एक तरफ विपक्षी दल इन सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कराना चाहते हैं तो वहीं दूसरी तरफ सरकार की नजर करीब दो दर्जन विधेयकों को पारित कराने पर है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं