नई दिल्ली:
मानसून के 30 मई को केरल तट पर पहुंचने की संभावना है, जो भारत में इसके आगमन की निर्धारित तिथि से दो दिन पहले होगा। इस बार लगातार दूसरे साल सामान्य से कम बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है।
भारतीय मौसम विभाग ने गुरुवार को कहा कि अंडमान सागर एवं आसपास के क्षेत्रों में अगले 3-4 दिन दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां 'अनुकूल' बन गई हैं। विभाग ने पहले ही यह पूर्वानुमान व्यक्त कर दिया था कि भारत में लगातार दूसरे साल मानसून सत्र में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।
विभाग ने कम बारिश के लिए अल-नीनो को आंशिक तौर पर जिम्मेदार ठहराया है। विभाग के एक बयान में कहा गया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 30 मई को केरल पहुंचने की संभावना है, जिसमें चार दिन आगे पीछे होने की संभावना शामिल है।
अंडमान सागर में दक्षिण-पश्चिमी मानसून आमतौर पर 20 मई के आसपास आगे बढ़ता है। जिसमें एक हफ्ते का मानक विचलन हो सकता है। पिछले कुछ दिनों से बंगाल की खाड़ी एवं अंडमान सागर में बढा हुआ संवहन एवं बारिश से संबंधित गतिविधियां देखी गई हैं। बयान के अनुसार आर-पार चलने वाले भूमध्यवर्ती प्रवाह के क्षेत्र में मजबूत एवं गहराने की संभावना है।
इस स्थिति में अगले 3-4 दिनों में अंडमान सागर एवं आसपास के क्षेत्रों में दक्षिण-पश्चिमी मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं। केरल में मानसून के आगमन की आधिकारिक तिथि एक जून है।
भारतीय मौसम विभाग ने गुरुवार को कहा कि अंडमान सागर एवं आसपास के क्षेत्रों में अगले 3-4 दिन दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां 'अनुकूल' बन गई हैं। विभाग ने पहले ही यह पूर्वानुमान व्यक्त कर दिया था कि भारत में लगातार दूसरे साल मानसून सत्र में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।
विभाग ने कम बारिश के लिए अल-नीनो को आंशिक तौर पर जिम्मेदार ठहराया है। विभाग के एक बयान में कहा गया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 30 मई को केरल पहुंचने की संभावना है, जिसमें चार दिन आगे पीछे होने की संभावना शामिल है।
अंडमान सागर में दक्षिण-पश्चिमी मानसून आमतौर पर 20 मई के आसपास आगे बढ़ता है। जिसमें एक हफ्ते का मानक विचलन हो सकता है। पिछले कुछ दिनों से बंगाल की खाड़ी एवं अंडमान सागर में बढा हुआ संवहन एवं बारिश से संबंधित गतिविधियां देखी गई हैं। बयान के अनुसार आर-पार चलने वाले भूमध्यवर्ती प्रवाह के क्षेत्र में मजबूत एवं गहराने की संभावना है।
इस स्थिति में अगले 3-4 दिनों में अंडमान सागर एवं आसपास के क्षेत्रों में दक्षिण-पश्चिमी मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं। केरल में मानसून के आगमन की आधिकारिक तिथि एक जून है।