मैंगलोर:
मंगलौर में सोमवार को मुस्लिम लड़के के साथ मारपीट होने पर उसका साथ दे रही लड़की ने मंगलवार को उसके खिलाफ पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है। उसने लड़के पर परेशान करने का आरोप लगाया है।
मंगलौर में मोरल पुलिसिंग की वजह से एक मुस्लिम युवक की सोमवार शाम को कुछ चरमपंथी हिन्दू संगठनों के युवकों ने पिटाई की। युवकों ने उससे कहा कि वह हिन्दू महिला के साथ क्यों घूम रहा था। जब युवक की पिटाई की जा रही थी तब उसकी महिला मित्र उसका बचाव करने का हर संभव प्रयत्न कर रही थी। पिटाई कर रहे युवक भी उस लड़की पर बुरी तरह चिल्ला रहे थे।
लेकिन दिन बदलते ही युवती बदली हुई नजर आ रही है। उसने आज मंगलौर में थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उसने कहा है कि वह मुस्लिम युवक उसे लगातार परेशान कर रहा था। उसी ने इन लड़कों को वहां बुलाया था। पुलिस स्टेशन में लड़की की शिकायत दर्ज पुलिस ने आई पी सी की धारा 354 के तहत दर्ज की है।
दोपहर में जब इस लड़की ने बजरंग दल के दफ्तर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इससे रिपोर्टरों ने पूछा कि अगर लड़का उसे परेशान कर रहा था, तो वह उसका बचाव क्यों कर रही थी? लड़कों से उसकी पिटाई न करने की विनती क्यों कर रही थी? अगर अपनी मदद के लिए लड़कों को बुलाया था तो अपना चेहरा क्यों छुपाया? इन सवालों पर वह चुप रही।
घटना से मैंगलोर में बनी तनावपूर्ण स्थिति
इससे पहले सोमवार की शाम को कर्नाटक के तटीय शहर मंगलौर में अचानक हुई इस घटना से तनाव पैदा हो गया। पीड़ित युवक के मुताबिक उसके साथ मॉल में काम करने वाली लड़की ने उससे 2000 रुपये उधार मांगे थे, जिसे देने के लिए उसने लड़की को एक एटीएम के बाहर बुलाया था। वहां पहुंचते को लड़कों ने उस पर हमला कर दिया।
मंगलौर के पुलिस कमिश्नर एस मुरगन के मुताबिक 13 आरोपियों को पहचान के बाद गिरफ्तार किया गया है। इनमें से कुछ लोग बजरंग दल के सदस्य हैं। कर्नाटक के गृह मंत्री केजी जॉर्ज ने बताया की मोरल पुलिसिंग पर रोक के लिए पुलिस को निर्देश दिए गए हैं।
मंगलौर शुरू से ही मोरल पुलिसिंग की वजह से चर्चा में रहता है। यहां ऐसी घटनाएं लगातार होती रहती हैं। सन 2009 में मंगलौर के एक पब में राम सेना ने लड़कियों पर हमला किया था, जिसकी निंदा समूचे देश ने की थी।
मंगलौर में मोरल पुलिसिंग की वजह से एक मुस्लिम युवक की सोमवार शाम को कुछ चरमपंथी हिन्दू संगठनों के युवकों ने पिटाई की। युवकों ने उससे कहा कि वह हिन्दू महिला के साथ क्यों घूम रहा था। जब युवक की पिटाई की जा रही थी तब उसकी महिला मित्र उसका बचाव करने का हर संभव प्रयत्न कर रही थी। पिटाई कर रहे युवक भी उस लड़की पर बुरी तरह चिल्ला रहे थे।
लेकिन दिन बदलते ही युवती बदली हुई नजर आ रही है। उसने आज मंगलौर में थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उसने कहा है कि वह मुस्लिम युवक उसे लगातार परेशान कर रहा था। उसी ने इन लड़कों को वहां बुलाया था। पुलिस स्टेशन में लड़की की शिकायत दर्ज पुलिस ने आई पी सी की धारा 354 के तहत दर्ज की है।
दोपहर में जब इस लड़की ने बजरंग दल के दफ्तर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इससे रिपोर्टरों ने पूछा कि अगर लड़का उसे परेशान कर रहा था, तो वह उसका बचाव क्यों कर रही थी? लड़कों से उसकी पिटाई न करने की विनती क्यों कर रही थी? अगर अपनी मदद के लिए लड़कों को बुलाया था तो अपना चेहरा क्यों छुपाया? इन सवालों पर वह चुप रही।
घटना से मैंगलोर में बनी तनावपूर्ण स्थिति
इससे पहले सोमवार की शाम को कर्नाटक के तटीय शहर मंगलौर में अचानक हुई इस घटना से तनाव पैदा हो गया। पीड़ित युवक के मुताबिक उसके साथ मॉल में काम करने वाली लड़की ने उससे 2000 रुपये उधार मांगे थे, जिसे देने के लिए उसने लड़की को एक एटीएम के बाहर बुलाया था। वहां पहुंचते को लड़कों ने उस पर हमला कर दिया।
मंगलौर के पुलिस कमिश्नर एस मुरगन के मुताबिक 13 आरोपियों को पहचान के बाद गिरफ्तार किया गया है। इनमें से कुछ लोग बजरंग दल के सदस्य हैं। कर्नाटक के गृह मंत्री केजी जॉर्ज ने बताया की मोरल पुलिसिंग पर रोक के लिए पुलिस को निर्देश दिए गए हैं।
मंगलौर शुरू से ही मोरल पुलिसिंग की वजह से चर्चा में रहता है। यहां ऐसी घटनाएं लगातार होती रहती हैं। सन 2009 में मंगलौर के एक पब में राम सेना ने लड़कियों पर हमला किया था, जिसकी निंदा समूचे देश ने की थी।
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