Merta Election Results 2023: जानें, मेरता (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

मेरता विधानसभा सीट पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 252405 वोटर मौजूद थे, जिनमें से 57662 ने आरएलटीपी उम्मीदवार इंदिरा देवी को वोट देकर जिताया था, जबकि 44827 वोट पा सके निर्दलीय प्रत्याशी लक्ष्मण राम मेघवाल 12835 वोटों से चुनाव हार गए थे.

Merta Election Results 2023: जानें, मेरता (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

Assembly Elections 2023 के अंतर्गत राजस्थान में 25 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा, और चुनाव परिणाम (Election Results) 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

उत्तर भारत के अहम राज्यों में शुमार होने वाले राजस्थान (Rajasthan Assembly Elections 2023) राज्य के मारवाड़ क्षेत्र में मौजूद है नागौर जिला, जहां बसा है मेरता विधानसभा क्षेत्र, जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 252405 मतदाता थे, और उन्होंने आरएलटीपी उम्मीदवार इंदिरा देवी को 57662 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार लक्ष्मण राम मेघवाल को 44827 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 12835 वोटों से चुनाव हार गए थे.

इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में मेरता विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार सुखाराम ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 78069 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार लक्ष्मण राम को 42520 वोट मिल पाए थे, और वह 35549 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में मेरता विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार सुखराम को कुल 58476 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी पंचराम इंदावर दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 34436 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 24040 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

वैसे, गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को राजस्थान में कामयाबी मिली थी, और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पिछड़ गई थी. कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार होने वाले अशोक गहलोत को एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी, और इस समय वह एन्टी-इन्कम्बेन्सी की लहर के बावजूद अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बूते लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल होने की उम्मीद कर रहे हैं. दूसरी ओर, BJP भी गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार और लगातार बढ़ते अपराधों के मुद्दों को लेकर ज़ोर-शोर से प्रचार अभियान में जुटी है, और उसे भी पूरी उम्मीद है कि राजस्थान की जनता द्वारा हर पांच साल में सत्ता बदलने की परिपाटी जारी रहेगी, और इस बार उन्हें कामयाबी ज़रूर हासिल होगी.