नई दिल्ली:
इस साल के शुरूआत में पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार से सुनंदा पुष्कर की मौत के सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने पूछताछ की थी। याद दिला दें कि यह वही मेहर हैं जिनकी कांग्रेस नेता शशि थरूर की पत्नी से ट्विटर पर तनातनी हो गई थी। सुनंदा ने मेहर पर आरोप लगाया था कि उनके और थरूर के बीच संबंध हैं। सूत्रों के मुताबिक 48 साल की तरार से फरवरी अंत में तीन घंटे तक दिल्ली पुलिस ने राजधानी के एक पांच सितारा होटल में पूछताछ की थी।
बताया जा रहा है कि तरार ने थरूर के साथ किसी भी तरह के संबंधों से इंकार किया था। साथ ही उन्होंने पुलिस से कहा था कि वह कांग्रेस नेता से सिर्फ एक बार 2013 में मिली थीं। यही नहीं तरार ने यह भी कहा कि थरूर के साथ उनकी किसी भी तरह के निजी ईमेल या मैसेज के ज़रिए बातचीत नहीं हुई थी। सुनंदा पुष्कर के एक करीबी गवाह का कहना है कि उन्होंने तरार से उन मैसेज का पता लगाने में मदद मांगी थी जो थरूर ने कथित तौर पर अपने मोबाइल फोन से डिलीट कर दिए थे।
प्रश्नावली भरने को कहा गया
इसके बाद पुलिस ने तरार से मेल के ज़रिए पूछा था कि क्या वह पूछताछ में मदद कर सकती हैं और वह राज़ी हो गईं। इसके बाद वह दिल्ली आई जिसके बारे में कम ही लोगों को जानकारी है। सूत्रों का कहना है कि उन्हें स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम द्वारा तैयार की गई एक प्रश्नावली को भी भरने के लिए कहा गया था।
गौरतलब है कि तरार उस वक्त चर्चा में आईं थीं जब 17 जनवरी 2014 को शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की लाश संदिग्ध अवस्था में एक होटल के कमरे में पाई गई थी। इसके ठीक पहले पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार के साथ ट्विटर पर उनकी बहस हो गई थी। इस ट्विटर तनातनी के कुछ घंटे बाद थरूर दंपत्ति ने एक साझा बयान जारी कर कहा था कि 'वह अपनी शादी में खुश हैं और ऐसे ही रहना चाहते हैं।'
मर्डर का मामला दर्ज
तरार का नाम वरिष्ठ पत्रकार नलिनी सिंह ने भी एक बयान में लिया था जो वह आखिरी शख्स थीं जिनसे पुष्कर ने अपनी मौत से कुछ घंटों पहले फोन पर बात की थी। थरूर से भी इस मामले में तीन बार पूछताछ हो चुकी है जिसमें उन्होंने माना कि उनकी पत्नी और उनके बीच कुछ 'गलतफहमियां' हैं लेकिन मोटे तौर पर वह दोनों ही अपनी शादी में खुश हैं। पुलिस ने भी पिछले साल दावा किया था कि पुष्कर को ज़हर दिया गया है। इसके बाद पुलिस ने बिना किसी संदिग्ध का नाम दिए मर्डर केस भी दर्ज किया था।
बताया जा रहा है कि तरार ने थरूर के साथ किसी भी तरह के संबंधों से इंकार किया था। साथ ही उन्होंने पुलिस से कहा था कि वह कांग्रेस नेता से सिर्फ एक बार 2013 में मिली थीं। यही नहीं तरार ने यह भी कहा कि थरूर के साथ उनकी किसी भी तरह के निजी ईमेल या मैसेज के ज़रिए बातचीत नहीं हुई थी। सुनंदा पुष्कर के एक करीबी गवाह का कहना है कि उन्होंने तरार से उन मैसेज का पता लगाने में मदद मांगी थी जो थरूर ने कथित तौर पर अपने मोबाइल फोन से डिलीट कर दिए थे।
शशि थरूर और सुनंदा पुष्कर (फाइल फोटो)
प्रश्नावली भरने को कहा गया
इसके बाद पुलिस ने तरार से मेल के ज़रिए पूछा था कि क्या वह पूछताछ में मदद कर सकती हैं और वह राज़ी हो गईं। इसके बाद वह दिल्ली आई जिसके बारे में कम ही लोगों को जानकारी है। सूत्रों का कहना है कि उन्हें स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम द्वारा तैयार की गई एक प्रश्नावली को भी भरने के लिए कहा गया था।
गौरतलब है कि तरार उस वक्त चर्चा में आईं थीं जब 17 जनवरी 2014 को शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की लाश संदिग्ध अवस्था में एक होटल के कमरे में पाई गई थी। इसके ठीक पहले पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार के साथ ट्विटर पर उनकी बहस हो गई थी। इस ट्विटर तनातनी के कुछ घंटे बाद थरूर दंपत्ति ने एक साझा बयान जारी कर कहा था कि 'वह अपनी शादी में खुश हैं और ऐसे ही रहना चाहते हैं।'
मर्डर का मामला दर्ज
तरार का नाम वरिष्ठ पत्रकार नलिनी सिंह ने भी एक बयान में लिया था जो वह आखिरी शख्स थीं जिनसे पुष्कर ने अपनी मौत से कुछ घंटों पहले फोन पर बात की थी। थरूर से भी इस मामले में तीन बार पूछताछ हो चुकी है जिसमें उन्होंने माना कि उनकी पत्नी और उनके बीच कुछ 'गलतफहमियां' हैं लेकिन मोटे तौर पर वह दोनों ही अपनी शादी में खुश हैं। पुलिस ने भी पिछले साल दावा किया था कि पुष्कर को ज़हर दिया गया है। इसके बाद पुलिस ने बिना किसी संदिग्ध का नाम दिए मर्डर केस भी दर्ज किया था।
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