जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की वकालत करते हुए उन्हें एक और मौका दिए जाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि इमरान खान ने हाल ही में पाकिस्तान की कमान संभाली है लिहाजा उन्हें एक और मौका दिया जाना चाहिए. महबूबा ने कहा कि पाक पीएम की कथनी और करनी में फर्क दिखता है. उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि असहमत. उन्हें (पाकिस्तान को) पठानकोट हमले पर डोजियर दिया गया था, लेकिन षड्यंत्रकारियों को दंडित करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई. यह समय कथनी और करनी एक होने का है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की.उन्होंने पुलवामा की घटना में पाकिस्तान का हाथ होने से इन्कार करते हुए कहा कि बिना किसी सुबूत के क्यों जिम्मेदार ठहराया जा रहा है.
Pak PM 'deserves a chance', says Mufti post Khan's statement on Pulwama attack
— ANI Digital (@ani_digital) February 19, 2019
Read @ANI Story| https://t.co/urq2Wxnasi pic.twitter.com/FGnLeCmYYL
उन्होंने कहा कि आखिर इस घटना से पाकिस्तान को क्या फायदा है. जब पाकिस्तान स्थिरता की ओर जा रहा है. जब युद्ध के कारण हजारों पाकिस्तानी मारे गए हैं. फिर ऐसी घटना से पाकिस्तान को क्या फायदा है. इमरान खान ने कहा कि हमारी जमीन से कोई वहां जाकर हमला नहीं किया. फिर भी किसी किस्म की आप तहकीकात करना चाहें तो हम तैयार हैं. पाकिस्तान की संलिप्तता का आप सुबूत देंगे तो गारंटी देता हूं कि मैं एक्शन लूंगा. इमरान खान ने यह भी कहा कि अगर भारत युद्ध करेगा तो पाकिस्तान सोचेगा नहीं बल्क जवाब देगा. क्योंकि पाकिस्तान के पास इसके अलावा कोई विकल्प नहीं रहेगा. उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि युद्ध शुरू करना आसान है, यह इंसान के हाथ में है, मगर युद्ध खत्म करना इंसान के हाथ में नहीं होता. यह मसला आखिर में डॉयलाग से हल होगा.
भारत ने कहा- पुलवामा हमले के पीछे पाक का हाथ, तो पाकिस्तान बोला- सबूत दीजिए, कार्रवाई करेंगे
इससे पहले जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले (Pulwama Terror Attack) के बाद भारत के साथ बढ़े ‘तनाव को कम' करने के लिए पाकिस्तान नेसंयुक्त राष्ट्र से तत्काल हस्तक्षेप करने की अपील की है. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने बताया कि देश के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस को सोमवार को पत्र भेजकर दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में उनकी मदद मांगी. बता दें, कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले में सेना के करीब 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. दोनों ने अपने-अपने उच्चायुक्तों को वापस बुला लिया है.
आतंकी हमलों में जान गंवाने वाले जवानों के लिए मीडिया में ‘शहीद' शब्द के इस्तेमाल संबंधी याचिका खारिज
दरअसल, गुरुवार यानी 14 फरवरी को सीआरपीएफ का काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था. इस काफिले में करीब 78 गाड़ियां थीं और 2500 जवान शामिल थे. उसी दौरान बाईं ओर से ओवरटेक कर विस्फोटक से लदी एक कार आई और उसने सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी. आतंकवादी ने जिस कार से टक्कर मारी थी, उसमें करीब 60 किलो विस्फोटक थे. इसकी वजह से विस्फोट इतना घातक हुआ कि इसमें 40 जवान शहीद हो गए. इस घटना पर पीएम मोदी ने सीधे तौर पर कहा है कि आतंकी बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं और अब उन्हें इसका अंजाम भी भूगतना होगा.
VIDEO: पुलवामा हमले पर पाक पीएम का जवाब.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं