मेघालय में एक 80 साल के बुजुर्ग को उसके रिश्तेदारों ने जमीन में जिंदा दफना दिया. पुलिस ने बताया कि रिश्तेदारों को वृद्ध पर जादू-टोना करने का शक था, जिसके बाद उन्होंने उसे जबरदस्ती जमीन में दफना दिया. इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें तीन उस शख्स के भतीजे हैं. पुलिस ने बताया कि पांच फीट गहरे गड्ढे से शव बाहर निकाले जाने पर देखा गया कि वृद्ध के हाथ-पैर बांध दिए गए थे और उनका चेहरा ढंका हुआ था. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
PTI के मुताबिक, एसपी हर्बर्ट लिंगदोह ने बताया कि 'यह घटना 7 अक्टूबर की रात को हुई थी. इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है.' एजेंसी के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि उन्हें इस हत्या में खानदान के 18 सदस्यों के शामिल होने का शक है.
मॉरिस मार्नगर को 7 अक्टूबर को उनके रिश्तेदारों ने पश्चिमी खासी हिल के गांव से उनको जबरदस्ती घर से उठा लिया था. इसके एक दिन बाद उनके घरवालों ने गांव के प्रशासन को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद मामला पुलिस के पास पहुंचा. इस मामले में तीन मुख्य आरोपी भतीजे- डेनियल, जेल्स और डिफरवेल को 11 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया. वहीं, बाकी पांच आरोपी अगले दिन गिरफ्तार कर लिए गए.
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पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में शव का पता लगाया गया, जिसके बाद उसे बाहर निकाला गया. शव को दफनाने के बाद पत्थरों से ढंका गया था और उसके ऊपर 'RIP' लिखकर क्रॉस रखा हुआ था. मृतक के हाथ पीछे की तरफ बंधे हुए थे और उनके पैर को बोरे में डालकर रस्सियों से बांध दिया गया था.
वृद्ध के भतीजों का आरोप है कि उनके चाचा ने अपनी एक भतीजी और दूसरे परिवार के सदस्यों पर काला जादू कर दिया था. भतीजी पिछले तीन महीनों से बीमार थी. उन्होंने पुलिस को यह भी बताया कि वृद्ध की मौत के बाद भतीजी ठीक हो गई थी.
(PTI से इनपुट के साथ)
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