मणिपुर में महिला को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में पुलिस ने पांचवें आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है. जबकि वीडियो में दिख रहे अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. बता दें कि इस वीडियो के सामने आने के बाद पीएम मोदी ने इसकी निंदा करते हुए इस घटना को शर्मनाक बताया. साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया था कि इस घटना में जितने भी आरोपी शामिल हैं उन्हें जल्द ही पकड़कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी. बाद में सूबे के मुख्यमंत्री ने पुलिस को इन आरोपियों को गिरफ्तार करने और पूरे मामले की जांच करने के आदेश भी दिए थे.
बीते 24 घंटों में राज्य में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. कई जगहों पर लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया. पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बल अलग-अलग जगहों सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं. राज्य के अलग-अलग जिलों में कुल 126 चेक पोस्ट लगाए गए हैं. पुलिस ने नियम तोड़ने वाले 413 लोगों को अभी तक हिरासत में भी लिया है. पुलिस ने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है. साथ भी किसी भी तरह की अफवाह पर भरोसा ना करने को भी कहा है.
गौरतलब है कि मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने का वीडियो आने के बाद इस सीएम एन बीरेन सिंह ने पुलिस को खास निर्देश दिए थे. मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा था कि इस मामले में अभी तक कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि कई अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी अभी होनी है.
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा था कि हम पूरी तरह से हैरान हैं. दोषियों को अनुकरणीय दंड दिलाने का आश्वासन देता हूं. यदि संभव हुआ तो मृत्युदंड की मांग करूंगा. मैं लोगों से अपील करता हूं कि सड़कों को अवरुद्ध न करें और सुरक्षा बलों को भी न रोकें. मैं राज्य की जनता की ओर से इस घटना की निंदा करता हूं.
वहीं, मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने का मामला संसद तक पहुंच गया. संसद के दोनों सदनों में शुक्रवार को भी इस मुद्दों को लेकर हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. अब इस घटना को लेकर पीड़ित महिला के पति ने एक बयान दिया है. INDIA TV से बातचीत में पीड़िता के पति ने कहा कि भीड़ मेरी पत्नी पर जानवरों की तरह टूट पड़ी थी. उन्होंने कहा कि जिस दिन ये हुआ वो मेरे लिए सबसे दर्दनाक दिन था. पीड़ित महिला के पति ने कहा कि उनकी पत्नी को भीड़ अपने साथ अलग से लेकर गई. उन्हें जबरदस्ती कपड़े उतारने के लिए भी मजबूर किया गया.
इस कांड की चर्चा सड़क से लेकर संसद तक हो रही है. सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष तक ने इस घटना की निंदा की. पीड़ित महिलाएं और उनका परिवार सदमे में है. आरोपियों ने एक महिला के साथ हैवानियत की हरकत करने से पहले उसके पिता और भाई को उसके सामने मार डाला था. पीड़िता की मां ने कहा कि तबाह हुए परिवार के कभी भी अपने गांव लौटने की कोई संभावना नहीं है. पीड़ित महिला की मां गहरे सदमे में हैं. NDTV से बातचीत में वह कुछ मिनट से ज्यादा देर तक नहीं बोल पाती हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मणिपुर सरकार ने हिंसा को रोकने या लोगों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं.
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