दिल्ली एयरपोर्ट पुलिस ने आईजीआई एयरपोर्ट पर नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है. उसने करीब 20 लोगों के साथ ठगी की है. पुलिस ने मामला दर्ज होने के 5 घंटे के भीतर ठग हेमंत कुमार को गिरफ्तार कर लिया. हेमंत नजफगढ़ का रहने वाला है. आरोपी के मोबाइल में एक वॉट्स एप ग्रुप मिला, जिसका नाम "एयरपोर्ट टी 3 स्टाफ" था. आरोपी के पास से एक अटेंडेंस रजिस्टर बरामद हुआ, जिसमें वह 16 अगस्त 2022 से सभी उम्मीदवारों की दैनिक आधार पर उपस्थिति दर्ज कर रहा था.
डीसीपी एयरपोर्ट तनु शर्मा ने बताया कि 2 सितंबर को सोनीपत के रहने वाले प्रवीण और उनके साथ 10 और शिकायतकर्ताओं ने आईजीआई हवाई अड्डा पुलिस स्टेशन पर एक शिकायत दी, जिसमें यह आरोप लगाया गया कि हेमंत कुमार नाम के एक शख्स ने आईजीआई एयरपोर्ट पर 25 हजार की नौकरी लगाने के नाम पर सभी 11 लोगों से सिक्योरिटी मनी के तौर पर 10-10 हजार रुपये लिए. इनमें से कुछ 16-17 अगस्त से आईजीआई हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 के बाहर लिफ्ट मशीनों और एस्केलेटर पर नाइट शिफ्ट में ड्यूटी कर रहे थे. उन्हें एयरपोर्ट पास के लिए एयरपोर्ट एंट्री फॉर्म भी उपलब्ध कराए गए थे, जिन्हें उन्होंने भरकर आरोपी व्यक्ति को सौंप दिया था, लेकिन उनके पास कोई पास या आईडी कार्ड नहीं था. इसलिए उन्हें शक हुआ और उन्होंने आरोपी हेमंत कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.
आरोपी हेमंत ने खुलासा किया कि उसने अमरोन प्राइवेट लिमिटेड सोनीपत में 2016-2018 के बीच काम किया है. उसके बाद वह 2018 में दिल्ली आया और उसने 2 कंपनियों एसएएस और आईसीएस के लिए एक ऑपरेटर के रूप में काम किया और वो हवाई अड्डे पर एयरोब्रिज के रखरखाव और मरम्मत का काम करता था. लेकिन वो जनवरी 2022 से बेरोजगार है. आईसीएस नौकरी के समय उसे अपना आई कार्ड तैयार करने के लिए एक खाली हवाई अड्डा प्रवेश परमिट (एईपी) आवेदन पत्र दिया गया था, लेकिन उसने उसी की एक कॉपी अपने पास रख ली. कुछ महीने पहले उसने एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया और अपने फ्रेंड सर्कल में बताया कि वह दिल्ली एयरपोर्ट पर नौकरी की व्यवस्था कर सकता है.
इसके बाद सोनीपत के उनके कुछ दोस्तों ने उन्हें फोन किया और दिल्ली हवाई अड्डे पर नौकरी के बारे में पूछताछ करने लगे, आरोपी व्यक्ति ने उन्हें नौकरी देने का झूठा वादा किया और हर किसी से सिक्योरिटी मनी के तौर पर 10-10 हज़ार रुपये मांगे. शिकायतकर्ताओं ने उसे पैसे दे दिए. आरोपी ने नौकरी पाने के इच्छुक सभी आवेदकों का आधार कार्ड, पैन कार्ड और बिजली बिल और बायोडाटा ले लिया. यही नहीं आरोपी ने पीड़ितों को पिछले कुछ दिनों से आईजीआई हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 के बाहर लिफ्ट मशीनों और एस्केलेटरों के पास तैनात किया.
पूछताछ के दौरान उसके पास से एक रजिस्टर जो शिकायतकर्ताओं की हाजिरी के लिए इस्तेमाल किया गया था, जब्त कर लिया गया. इसके अलावा आरोपी का मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है. मोबाइल में एक वॉट्स एप ग्रुप मिला, जिसका नाम "एयरपोर्ट टी 3 स्टाफ" था. आरोपी के पास से एक अटेंडेंस रजिस्टर बरामद हुआ, जिसमें वह 16 अगस्त 2022 से सभी उम्मीदवारों की दैनिक आधार पर उपस्थिति दर्ज कर रहा था. इसके अलावा 12 हवाई अड्डा एंट्री पास भी बरामद हुए हैं.
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