
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने पश्चिम बंगाल में आठ चरणों के चुनाव की घोषणा के बाद कोलकाता में पहली रैली की. इसके जवाब में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने ईंधन के दामों में बढ़ोतरी के खिलाफ सिलीगुड़ी में पदयात्रा की. इस पदयात्रा के दौरान लाल रंग के एलपीजी सिलेंडर (LPG Cylinders) लिए कार्डबोर्ड हाथ में लिए रही. TMC प्रमुख ने इस रैली की अगुवाई की.
इस रैली में चंद्रिमा भट्टाचार्य, टीएमसी सांसद (TMC MP) मिमी चक्रवर्ती और नुसरत जहां भी शामिल हैं. सिलीगुड़ी की रैली में ममता ने कहा, भारत में एकमात्र सिंडिकेट नरेंद्र मोदी और अमित शाह का है. कोविड-19 महामारी (Covid19 Pandemic) हुई, ईंधन के दाम बढ़े, लेकिन प्रधानमंत्री को कहीं नहीं पाया गया. आप मुफ्त चावल दे सकते हैं, लेकिन इसके लिए गैस पर पैसे खर्च करने पड़ते हैं.
ममता ने कहा, "बंगाल में कोई परिवर्तन नहीं होगा, बल्कि दिल्ली में बदलाव होगा. प्रधानमंत्री हर दिन झूठ बोलते हैं. चुनाव के पहले उज्जवला बाद में जुमला बन गया." मुख्यमंत्री ने कहा कि LPG सिलेंडर जल्द ही आम आदमी की पहुंच से बाहर हो जाएगा. यह विरोध प्रदर्शन जनता की आवाज उन तक पहुंचाने के लिए है. पदयात्रा दार्जिलिंग से शुरू हुई और महानंदा ब्रिज पार होते हुए सिलीगुड़ी के मध्य तक पहुंची.
पिछले माह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने तेल-गैस के बढ़ते दामों के विरोध में इलेक्ट्रिक स्कूटर की सवारी की थी. ममता बनर्जी पीछे बैठी थीं, जबकि शहरी विकास एवं नगर निकाय मामलों के मंत्री फिरहाद हकीम बैटरी चालित स्कूटर चला रही थीं. वह कोलकाता के हाजरा से नबाना के राज्य सचिवालय तक 5 किलोमीटर तक स्कूटर की सवारी की थी.
यह पूरा कार्यक्रम फेसबुक लाइव के जरिये टेलीकास्ट किया गया. मुख्यमंत्री ने ई स्कूटर रैली के बाद में जनता को संबोधित किया. ममता ने कहा था कि केरोसिन उपलब्धन हीं है, जबकि बंगाल में एक करोड़ लोग इसका इस्तेमाल करते हैं. पेट्रोल-डीजल और गैस के दाम बढ़ रहे हैं. इसलिए वह स्कूटर से कार्यालय तक पहुंचीं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं