महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर जारी गतिरोध के बीच कांग्रेस द्वारा अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने के बाद एनसीपी के शीर्ष नेतृत्व ने अपनी आगे की कार्रवाई पर फैसला लेने के लिए एक बैठक की।
पार्टी प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार, महाराष्ट्र एनसीपी अध्यक्ष सुनील तटकरे, वरिष्ठ नेता छगन भुजबल और प्रफुल्ल पटेल समेत एनसीपी के सभी शीर्ष नेता आगे की कार्रवाई को लेकर अजित पवार के सरकारी निवास में मिले। एनसीपी के एक नेता ने कहा कि पार्टी के अपने उम्मीदवारों की सूची घोषित करने और साथ ही कांग्रेस के साथ गठबंधन के भविष्य पर फैसला लेने की उम्मीद है।
इसी बीच, कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि पार्टी ने उन 114 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए अपने उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं, जहां एनसीपी ने 2009 में चुनाव लड़ा था। नेता ने कहा, बराबर सीट और मुख्यमंत्री के पद जैसी शर्तों के साथ एनसीपी के साथ बातचीत संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि एनसीपी के हावभाव से लग रहा है कि वह अकेले चुनाव लड़ना चाहती है। कांग्रेस नेता ने कहा, बातचीत के लिए अब कम समय बचा है। हमें प्रचार शुरू करना होगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नारायण राणे ने कहा कि उनकी पार्टी एनसीपी के लिए 124 सीटें छोड़ने को तैयार है। उन्होंने इससे पहले कहा था कि अगर गठबंधन पर बात नहीं बनती, तो हम सभी 288 सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार हैं।
कांग्रेस ने एनसीपी को बुधवार को 124 सीटों की पेशकश की थी, जो पिछले चुनाव में एनसीपी द्वारा लड़ी गई सीटों से 10 ज्यादा है। बुधवार सुबह हुई इस बैठक के बाद से दोनों पार्टी के नेताओं के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे ने कहा कि अगर 15 साल पुराना गठबंधन टूटता है, तो इसकी दोषी उनकी पार्टी नहीं होगी।
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