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This Article is From May 02, 2024

महाराष्ट्र : महायुति सीट-बंटवारे का समझौता लगभग तय, पालघर सीट पर नहीं हुई अब तक घोषणा

भाजपा ने 2014 में पालघर संसदीय क्षेत्र में जीत हासिल की थी और तत्कालीन मौजूदा सांसद की मृत्यु के बाद हुए उपचुनाव में भी इसे बरकरार रखा था. भाजपा के मौजूदा सांसद राजेंद्र गावित ने 2019 के लोकसभा चुनाव में शिवसेना के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ा और जीते.

महाराष्ट्र : महायुति सीट-बंटवारे का समझौता लगभग तय, पालघर सीट पर नहीं हुई अब तक घोषणा
सीट-बंटवारे की व्यवस्था के तहत भारतीय जनता पार्टी अब तक 27 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए सहमत हो गई है.
मुंबई:

महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति ने राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 47 पर स्थिति स्पष्ट करते हुए सीट-बंटवारे का समझौता लगभग तय कर लिया है. बची हुई पालघर सीट भाजपा के खाते में जाने की उम्मीद है। भाजपा और शिवसेना के सूत्रों ने यह जानकारी दी. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने बुधवार को कल्याण, ठाणे और नासिक के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की, जिससे उसके उम्मीदवारों की संख्या 15 हो गई है. जून 2022 में मूल शिवसेना से अलग होने के बाद शिंदे को पार्टी के 13 सांसदों का समर्थन मिला था.

सीट-बंटवारे की व्यवस्था के तहत भारतीय जनता पार्टी अब तक 27 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए सहमत हो गई है, जबकि अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा चार निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारेगी. इससे पहले, भाजपा कथित तौर पर ठाणे सीट से चुनाव लड़ने की इच्छुक थी और उसने नासिक निर्वाचन क्षेत्र से शिवसेना सांसद हेमंत गोडसे को फिर से नामांकित करने का विरोध किया था.

ठाणे सीट शिवसेना की झोली में आने से शिंदे ने ठाणे के पूर्व महापौर नरेश म्हस्के को वहां से अपनी पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है. उनके बेटे और मौजूदा सांसद श्रीकांत शिंदे कल्याण से चुनाव लड़ेंगे. महायुति के सहयोगियों भाजपा, शिवसेना और राकांपा ने परभणी में राष्ट्रीय समाज पक्ष का समर्थन किया था, जहां मतदान पहले ही हो चुका है. शिवसेना और भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, पालघर लोकसभा सीट से भाजपा के चुनाव लड़ने की संभावना है.

भाजपा ने 2014 में पालघर संसदीय क्षेत्र में जीत हासिल की थी और तत्कालीन मौजूदा सांसद की मृत्यु के बाद हुए उपचुनाव में भी इसे बरकरार रखा था. भाजपा के मौजूदा सांसद राजेंद्र गावित ने 2019 के लोकसभा चुनाव में शिवसेना के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.

भाजपा सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने शिंदे को पालघर सीट उसको सौंपने के लिए मना लिया है. शिंदे के एक करीबी नेता ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री को पालघर से भाजपा के चुनाव लड़ने में कोई दिक्कत नहीं है, जिसका वह पहले प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. पालघर को छोड़कर, भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन ने राज्य की अन्य सभी सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. पालघर और मुंबई की अन्य लोकसभा सीटों के लिए नामांकन दाखिल करने की शुक्रवार को आखिरी तारीख है.

दक्षिण मुंबई और ठाणे के मौजूदा सांसद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) के साथ बने हुए थे और भाजपा दोनों सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छुक थी. पार्टी के एक नेता ने कहा, हालांकि शिंदे इन सीटों पर शिवसेना के उम्मीदवारों को नामांकित करने में कामयाब रहे. विपक्षी महा विकास अघाडी (एमवीए) से, शिवसेना (यूबीटी) 21 सीटों पर, कांग्रेस 17 सीटों पर और राकांपा (शरदचंद्र पवार) 10 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. राज्य की 48 लोकसभा सीटों के लिए आम चुनाव के पांच चरणों में 19 अप्रैल से 20 मई के बीच मतदान हो रहा है. मतगणना 4 जून को होगी.
 

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