
NCP Chief Ajit Pawar Politics: महाराष्ट्र में उप-मुख्यमंत्री और एनसीपी के प्रमुख अजित पवार विपक्ष के निशाने पर हैं. निशाने पर इसलिए हैं क्योंकि पुणे में उनके करीबी एनसीपी नेता राजेंद्र हागवाने की बहू वैष्णवी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. वैष्णवी का शव घर में फांसी पर लटका मिला. पुलिस ने हागवाने के परिजनों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है. हालांकि वैष्णवी के मायके वालों का कहना है कि यह आत्महत्या नहीं है, बल्कि वैष्णवी को प्रताड़ित करके उसकी हत्या की गई.
एक तस्वीर से फंसे अजित पवार
एक तस्वीर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी के अध्यक्ष अजित पवार के लिए मुसीबत का सबब बन गई है. तस्वीर 2 साल पहले तब ली गई, जब वैष्णवी नाम की लड़की की शादी पिंपरी चिंचवड में एनसीपी के नेता राजेंद्र हागवाने के बेटे शशांक के साथ हुई थी. दहेज में वैष्णवी के परिवार ने हागवाने को यह आलीशान फॉर्च्यूनर कार दी थी, जिसकी चाबी अजित पवार के हाथों से भेंट कराई गई. हफ्ते भर पहले वैष्णवी ने कथित तौर पर दहेज की खातिर प्रताड़ित किए जाने से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. विपक्ष अब आरोप लगा रहा है कि इस तरह से कर की चाबी देकर पवार ने दहेज प्रथा को बढ़ावा दिया.
इस मामले को लेकर विपक्ष ने न केवल अजित पवार पर निशाना साधा है, बल्कि यह कहते हुए मुख्मंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी आड़े हाथों लिया कि उनकी सरकार महाराष्ट्र में दहेज जैसी बुराई की रोकथाम में असफल रही. महाराष्ट्र का गृह मंत्रालय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास ही है.
16 मई को हफ्ते वैष्णवी की एक कमरे में फांसी पर लटकी लाश बरामद हुई थी. उसके बाद पुणे से सटी पिंपरी चिंचवड की पुलिस ने हागवाने के परिजनों ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया था. इस मामले में राजेंद्र हागवाने की पत्नी, बेटे और बेटी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वैष्णवी के घर वाले पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं. उनका कहना है कि वैष्णवी के शरीर पर जिस तरह के घाव के निशान थे, उनसे पता चलता है कि उसकी क्रूरता से हत्या की गई. उसने आत्महत्या नहीं की. उनका आरोप है कि फॉर्च्यूनर कर के अलावा 51 तोला सोना और बड़ी तादाद में चांदी भी दहेज के तौर पर दी गई थी, लेकिन वैष्णवी के ससुराल वाले उससे जमीन की खरीदारी के लिए 2 करोड रुपये का दहेज देने की मांग कर रहे थे.
अजित पवार को हो सकता है नुकसान
इस मामले में महिला आयोग ने पिंपरी चिंचवड़ पुलिस को जांच के आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि एसआईटी गठित करके पूरे मामले की जांच की जाएगी. इधर, अजित पवार ने राजेंद्र हागवाने को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. हाल के वक्त में यह कोई पहली बार नहीं है कि किसी बड़े नेता के फंसने पर एनसीपी की छवि पर आंच आई हो. इससे पहले धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मीकि कराड को बीड में एक सरपंच की निर्माण हत्या से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया था. उसके बाद मुंडे का मंत्री पद चला गया. सियासी हलकों में माना जा रहा है कि ऐन स्थानीय निकाय चुनाव के पहले पार्टी की छवि पर इस तरह के आघात अजित पवार के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं.
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