द्रौपदी मुर्मू के देश की नई राष्ट्रपति निर्वाचित होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उनके घर जाकर बधाई दी. स्पीकर बिरला ने उनके योगदान की सराहना की. उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू ने जनता की आशाओं और आकांक्षाओं को आवाज दी है. आमजन की समस्याओं के समाधान में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. उनके कुशल मार्गदर्शन में देशवासी नए भारत के निर्माण में अग्रणी योगदान देंगे.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हराकर देश की 15वीं राष्ट्रपति बनी हैं. इस जीत के बाद उन्हें बधाई देने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके घर पहुंचे. द्रौपदी मुर्मू देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति बनी हैं. तीसरे राउंड के बाद ही उन्होंने 50 फीसदी के आंकड़े को पार कर लिया.
इस चुनाव में द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में बड़े पैमाने पर क्रॉस वोटिंग भी हुई. केरल में एनडीए का एक भी वोट नहीं था, लेकिन वहां भी एक विधायक ने मुर्मू को वोट दे दिया. इस तरह मुर्मू को हर राज्य से वोट मिला, जबकि सिन्हा को आंध्र प्रदेश, नागालैंड और सिक्किम से कोई वोट नहीं मिला.
पश्चिम बंगाल में बीजेपी के 77 विधायक जीत कर आए थे. 8 टीएमसी में चले गए. बाकी बचे 69 विधायकों को बीजेपी ने चुनाव से पहले होटल में बंद कर वोट डालने की ट्रेनिंग दी. वहां द्रौपदी मुर्मू को 71 विधायकों ने समर्थन दिया, यानी दो वोट अतिरिक्त मिले.
यशवंत सिन्हा को अपने गृह राज्य झारखंड में 81 में से केवल 9 विधायकों के वोट मिले. जबकि द्रौपदी मुर्मू को अपने गृह राज्य ओडिशा में 147 में से 137 विधायकों के वोट हासिल हुए.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे को विश्वास मत में 164 विधायकों का समर्थन मिला था, जबकि द्रौपदी मुर्मू को वहां 181 विधायकों का वोट मिला. शिवसेना के दोनों गुटों ने उन्हें वोट दिया और कुछ विपक्षी दलों के विधायकों ने भी क्रॉस वोटिंग की.
बीजेपी के मध्य प्रदेश में 130 विधायक हैं और कांग्रेस के 96. वहां द्रौपदी मुर्मू को 146 और यशवंत सिन्हा को 79 विधायकों ने वोट दिया. यानी वहां मुर्मू के पक्ष में ज़बरदस्त क्रॉस वोटिंग हुई.
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