इंडिया की तुलना में कैसे मजबूत हुआ एनडीए?
पिछले साल देश के लगभग तमाम विपक्षी दल इंडिया गठबंधन के छाते के अंदर आते दिखे थे. तमिलनाडु की डीएमके से लेकर कश्मीर की नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी जैसे दल एक साथ एक मंच पर आ गए थे. हालांकि एक के बाद एक दल सीट बंटवारे और अन्य कारणों से विपक्षी गठबंधन से अलग होते गए. चुनाव के पहले चरण से पहले अगर हालात को देखें तो विपक्षी गठबंधन का कुनबा कई राज्यों में बिखर चुका है.
एनडीए के कई मजबूत पुराने घटक दलों को अंतिम 6 महीने में साधने में बीजेपी को सफलता हाथ लगी. एनडीए को मजबूत करने में बीजेपी को सबसे बड़ी कामयाबी बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की एंट्री के साथ हुई. देखते ही देखते बीजेपी ने आंध्रप्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी, कर्नाटक में एचडी देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस को अपने साथ लाकर एक बड़े गठबंधन को तैयार कर लिया. तमिलनाडु में AIADMK को छोड़ बीजेपी ने 3 दलों को लाया साथ
तमिलनाडु में बीजेपी ने बड़ा फैसला लेते हुए तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष अन्नामलाई कुप्पुसामी के नेतृत्व में भरोसा दिखाते हुए. AIADMK से अलग रास्ता अपना लिया. बीजेपी राज्य में PMK , AMMK, TMC (M) के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. बीजेपी 20 सीटों पर मैदान में है. तमाम सर्वे में बीजेपी के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जतायी गयी है.
केरल में BDJS के साथ बीजेपी का गठबंधन
दक्षिण भारत के राज्यों में बीजेपी को इस बार काफी उम्मीदें हैं. भारतीय जनता पार्टी केरल में इस चुनाव में भारत धर्म जन सेना पार्टी के साथ मिलकर चुनाव मैदान में है.
कर्नाटक में जेडीएस का बीजेपी को मिला साथ
कर्नाटक विधानसभा चुनाव नें हार के बाद बीजेपी ने अपनी रणनीति में बड़ा परिवर्तन करते हुए एचडी देवगौड़ा की पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. जेडीएस के साथ पहले भी बीजेपी का गठबंधन कर चुकी है. हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में जेडीएस और कांगेस के बीच गठबंधन देखने को मिला था.
आंध्रप्रदेश में चंद्रबाबू नायडू एक बार फिर एनडीए के साथ
आंध्रप्रदेश में बीजेपी ने टीडीपी और JSP(जन सेना पार्टी) के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. आंध्रप्रदेश में एनडीए का मुकाबला जगन मोहन रेड्डी की पार्टी YSRCP से है. कांग्रेस यहां कुछ ही सीटों पर मुख्य मुकाबले में दिख रही है.
महाराष्ट्र में बीजेपी ने किया बड़ा प्रयोग
महाराष्ट्र में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के बाद से ही गठबंधन को लेकर लगातार मेहनत किया. महाराष्ट्र में बीजेपी का एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना, अजित पवार के नेतृत्व वाली पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और रामदास अठावले की पार्टी RSPS के साथ गठबंधन कर के मैदान में है.
बिहार में नीतीश की एंट्री से मजबूत हुआ बीजेपी का कुनबा
बिहार में जनता दल यूनाइटेड की एनडीए में एंट्री के बाद एनडीए बेहद मजबूद दिख रहा है. यहां बीजेपी ने 4 दलों के साथ सीट शेयर किया है. चिराग पासवान की पार्टी लोजपा रामविलास, जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा, नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा के साथ बीजेपी ने सीट शेयर किया है.
उत्तर प्रदेश में भी बढ़ा एनडीए का कुनबा
उत्तर प्रदेश में पिछले 10 साल से बीजेपी बेहद मजबूत दिख रही है. हालांकि इस बार बीजेपी ने अपने हिस्सों की सीटों को भी छोड़कर कुछ नए दलों को अपने साथ लाया है. पार्टी इस चुनाव में आरएलडी, सुभासपा, और अपना दल के साथ चुनावी मैदान में है.
असम में बीजेपी के साथ 2 दल
असम में भी बीजेपी की लगातार दूसरी बार सरकार बनी है. पिछले चुनावों में बीजेपी का शानदार प्रदर्शन रहा है. हालांकि इस बार बीजेपी ने एक बार फिर असम गण परिषद और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल के साथ चुनाव में समझौता किया है. असम में बीजेपी 9 सीटों पर मैदान में है वहीं सहयोगी दल 5 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं.
झारखंड में बीजेपी का आजसू से गठबंधन
झारखंड में लोकसभा चुनावों में बीजेपी हमेशा से मजबूत रही है. हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने एक सीट अपने सहयोगी दल आजसू के लिए छोड़ा था. हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी का आजसू से गठबंधन टूट गया था लेकिन इस चुनाव में आजसू के साथ बीजेपी ने एक बार फिर गठजोड़ किया है. गठबंधन के तहत बीजेपी ने गिरिडीह सीट आजसू के लिए छोड़ी है.
कुछ राज्यों को छोड़कर लगभग हर जगह बीजेपी के पास सहयोगी दल
गुजरात, मध्यप्रदेश, बंगाल, ओडिशा जैसे राज्य जहां बीजेपी अपने दम पर अपनी जमीन को या तो बना चुकी है या बनाने की तैयारी में है को अगर छोड़ दिया जाए तो देश की लगभग तमाम राज्यों में बीजेपी के साथ सहयोगी दल हैं. पूर्वोत्तर के राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में भी बीजेपी के पास सहयोगी दल हैं.
- लक्षद्वीप - NCP अजीत पवार
- मणिपुर - NPF
- मेघालय - NPP
- नागालैंड - NDPP
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