दिल्ली के सियासी गलियारों में गजब गर्मजोशी है. दो दशक में पहली बार ऐसा मौसम बना है. NDA सरकार बन रही है. यह तय है. नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू और बाकी साथी दल समर्थन की चिट्ठी देकर सारी औपचारिकताएं पूरी कर चुके हैं. अब मोदी 9 जून को पीएम पद की शपथ लेंगे. लेकिन BJP के 240 पर अटकने और अपने दम पर बहुमत के मैजिक नंबर से पीछे छूटने के कारण विपक्षी इंडिया खेमा फुल चार्ज है. मौके की तलाश जारी है. सही वक्त का इंतजार है. मल्लिकार्जुन खरगे बोल ही चुके हैं- कदम उचित समय पर उठाएंगे. लेकिन पिक्चर यहीं खत्म नहीं हो रही. दोनों खेमों में बहुत कुछ चल रहा है. कहीं तोल-मोल, तो कहीं भविष्य की रणनीति. दोनों खेमों की 7 तस्वीरों से समझिए पूरी इनसाइड स्टोरी...
पहला सीनः यह तस्वीर बुधवार दोपहर में हुई एनडीए बैठक की है. चुनाव नतीजों के बाद पहली बार बीजेपी अपने साथी दलों के साथ बैठी. अगुवाई पीएम मोदी ने की. एनडीए की इस बैठक में उसके तमाम घटक दल शामिल हुए. सबकी नजरें टिकीं रही टीडीपी और जेडीयू के ऊपर. पीएम मोदी ने टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू और जेडीयू के नीतीश कुमार को अपने बगल में बिठाया. ऐसा नहीं है कि ये सिर्फ एक संयोग है. दरअसल, इसके पीछे की वजह भी है. चुनाव परिणाम के बाद एनडीए के घटक दलों में बीजेपी के बाद सबसे ज्यादा सीटें टीडीपी (16) और जेडीयू (12) सीटें हासिल हुई हैं. नायडू और नीतीश के चेहरे पर मुस्कान है. लेकिन दिल में दबे कुछ अरमान भी हैं.
दूसरा सीनः यह तस्वीर एनडीए बैठक की चाय-पानी के दौरान की है. मोदी के हाथ बंधे हैं. चंद्रबाबू के खुले हैं. तस्वीर की यह फौरी व्याख्या हो सकती है, लेकिन नायडू के मन में चल कुछ ऐसा ही रहा है. चंद्रबाबू नायडू की पार्टी बीजेपी के बाद एनडीए में है सबसे बड़ी पार्टी. इस चुनाव में उनकी पार्टी को कुल 16 सीटें मिली हैं. जाहिर है सरकार बन रही है तो नायडू की भी ख्वाहिशें भी होंगी ही. खबरें आ भी रही हैं. स्पीकर पद और चार सांसदों पर एक मंत्री. पीएम मोदी को भी मौजूदा हालात में टीडीपी की अहमियत का एहसास है.
तीसरा सीनः गर्मजोशी की इस तस्वीर में पीएम मोदी के साथ जीतन राम मांझी हैं. बिहार के पूर्व सीएम. पीएम मोदी एनडीए के सभी घटक दलों को साथ रखने के लिए जाने जाते हैं. अब जब बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत नहीं है तो वह एनडीए के घटक दलों को साथ लेकर सरकार बना रही है. लिहाजा, इस समय घटल दल का एक-एक सहयोगी बेहद अहम हो जाता है. ऐसे में भले ही मांझी अपनी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से अकेले संसद आए हैं, लेकिन उनकी अहमियत बड़ी है
चौथा सीनः पीएम मोदी ने अपनी दक्षिण के राज्यों और महाराष्ट्र की रणनीति को लेकर भी बेहद स्पष्ट हैं. एनडीए के घटक दलों की बैठक के दौरान उन्होंने महाराष्ट्र के मौजूदा सीएम एकनाथ शिंदे और अन्य सहयोगी दलों के नेताओं से भी बात की. इस दौरान पीएम सहज रूप से एक टेबल पर हाथ टिकाए अपने सहयोगी दलों के नेताओं को सुनते देखे जा सकते हैं.
पांचवां सीन: इंडिया गठबंधन भले केंद्र सरकार बनाने की रेस से खुदको बाहर कर चुका है लेकिन बैठकों का दौर तो वहां भी जारी है. गुरुवार को कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के तमाम घटक दलों के साथ एक बैठक की. इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे. इस बैठक में सपा प्रमुख अखिलेश यादव कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और रायबरेली और वायनाड से सांसद राहुल गांधी से मिले और भविष्य की योजनाओं पर बात की.
छठा सीन: एमके स्टालिन और अखिलेश यादव ने विभिन्न मुद्दों पर की बात. इंडिया गठबंधन की बैठक में अखिलेश यादव ने राहुल गांधी के साथ-साथ तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन से बात की. इस मौके पर सुप्रिया सुले औऱ अन्य दलों के नेता भी मौजूद दिखे.
..और यह सातवां सीन: इस बैठक में टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने भी शिरकत की. बैठक के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव और अभिषेक बनर्जी के बीच भी लंबी बातचीत हुई. इस बातचीत के दौरान ऐसा लग रहा है कि अभिषेक बनर्जी अखिलेश यादव से कह रहे हों कि समय पर 'खेला होबे'.
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