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This Article is From Mar 28, 2024

MP बनने पर गरीबों को 10 लाख, 5 साल तक मुफ्त खाने का किया था वादा, बाइक खराब होने पर पर्चा ही नहीं भर पाए नेताजी

आनंद कुमार ने कहा, "पर्चा नहीं भरा, तो कोई बात नहीं. हिम्मत तो नहीं हारी है. विधानसभा चुनाव में फिर जुझारू कर्मठ विधायक के लिए चुनाव लड़ने आएंगे."

MP बनने पर गरीबों को 10 लाख, 5 साल तक मुफ्त खाने का किया था वादा, बाइक खराब होने पर पर्चा ही नहीं भर पाए नेताजी
आनंद कुमार पेशे से वकील हैं और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मुजफ्फरनगर से सांसदी का चुनाव लड़ना चाहते थे.
मुज्जफरनगर:

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के लिए 19 अप्रैल को पहले फेज की वोटिंग होनी है. इसके तहत कुल 102 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इसमें उत्तर प्रदेश (UP Lok Sabha Seats) की मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट भी शामिल है. बुधवार (27 मार्च) को पहले फेज की सीटों पर उम्मीदवारों के नॉमिनेशन दाखिल करने का आखिरी दिन था. यूपी में 8 सीटों के लिए नॉमिनेशन दाखिल किए गए. लेकिन एक निर्दलीय प्रत्याशी महज इसलिए नॉमिनेशन नहीं दाखिल कर पाया, क्योंकि ऐन वक्त पर उसकी बाइक खराब हो गई थी. 
  
निर्दलीय प्रत्याशी का नाम आनंद कुमार है. वह पेशे से वकील हैं और मुजफ्फरनगर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं. लेकिन समय पर नॉमिनेशन फॉर्म नहीं भर पाने के कारण उनका सपना अधूरा रह गया. बाइक खराब होने के कारण वो समय पर डिस्ट्रिक्ट कलेक्ट्रेट के ऑफिस नहीं पहुंच पाए थे.

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आनंद कुमार ने मीडिया से कहा, "जब मैं पर्चा भरने के लिए मुजफ्फरनगर जिला कलेक्टर के ऑफिस आ रहा था, तो रास्ते में मेरी बाइक के क्लच का तार टूट गया. इस वजह से मैं जिला कलेक्टर के ऑफिस में एक घंटा लेट पहुंचा. तब तक नॉमिनेशन भरने का समय खत्म हो चुका था."

उन्होंने आगे कहा, "हम जिला शामली के रहने वाले हैं. यहां से पर्चा दाखिल कर रहे थे. मुजफ्फरनगर में 6 विधानसभाएं आते है. लोकसभा में तो पांच ही आते है. हमारा जिला छोटा है. मैं अपने क्षेत्र के लिए बहुत कुछ करना चाहता था." 

आनंद कुमार भले ही लोकसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन फॉर्म नहीं भर पाए, लेकिन जनता के मुद्दे को वो एक पर्चे में लिखकर लाए थे. आनंद कुमार ने पर्चे में लिखकर लाए थे ये वादे:-

-बेरोजगारी की समस्या का समाधान करने का उद्देश्य.
-महिलाओं को बस में मुफ्त यात्रा कराने का उद्देश्य.
-बुजुर्ग महिलाओं और पुरुषों का पेंशन बनाने का उद्देश्य.
-किसानों को गन्ने का कोल्हू पर 400 और मिल पर 500 रुपये करने का उद्देश्य
-गरीबों को सरकार से 10 लाख रुपये दिलाने का उद्देश्य.
-गरीब लड़की की शादी में अभी 55 हजार रुपये मिलते हैं, इसे 1 लाख 10 हजार करने का उद्देश्य.
-अनाथ लड़कियों को 2 लाख रुपये देकर उनकी शादी कराने का उद्देश्य.
-60 से 70 वर्ष के बीच पुरुषों और महिलाओं का 10 लाख तक का बीमा कराने का उद्देश्य
-जनता को पूरे 5 साल तक अपने पैसे से नाश्ता, लंच, डिनर कराने का उद्देश्य. 

आनंद कुमार ने कहा, "पर्चा नहीं भरा, तो कोई बात नहीं. हिम्मत तो नहीं हारी है. विधानसभा चुनाव में फिर जुझारू कर्मठ विधायक के लिए चुनाव लड़ने आएंगे."


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