Lok Sabha Elections 2024: सोशल मीडिया के दुरुपयोग से लेकर धन-बल के इस्तेमाल पर होगी चुनाव आयोग की नजर

नई दिल्ली: Election 2024 Dates: देशभर में होने वाले लोकसभा चुनाव की तारीखों (Lok Sabha Elections 2024) का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. चुनाव 19 अप्रैल से शुरू होकर 1 जून तक चलेंगे. 1.82 करोड़ से ज्यादा मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान ( Lok Sabha Election Dates Announcement) हो गया है. सोशल मीडिया के दुरुपयोग से लेकर धन-बल के इस्तेमाल तक पर चुनाव आयोग की पैनी नजर रहेगी. 

  2.  निर्वाचन आयोग के सामने 4 चुनौतियां हैं. बाहुबल का इस्तेमाल, धनबल, झूठी खबर और एमसीसी का उल्लंघन. लेकिन चुनाव आयोग हिंसा मुक्त चुनाव करवाना चाहता है. सोशल मीडिया पर नजर रखने के साथ ही मुफ्त चीजें बांटने पर रोक की पूरी कोशिश होगी.  

  3. देशभर की 543 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में मतदान (Lok Sabha Elections 2024) होगा. चुनाव 19 अप्रैल से शुरू होगा और 4 जून को नतीजें घोषित किए जाएंगे. 

  4. पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल, दूसरे चरण का मतदान  26 अप्रैल, तीसरे चरण का मतदान 7 मई, चौथे चरण का मतदान 13 मई, पांचवे चरण का मतदान 20 मई, छठे चरण का मतदान 25 मई और सातवें चरण का मतदान 1 जून को होगा. 

  5. 19 अप्रैल (पहला चरण) 102 सीटों, 26 अप्रैल (दूसरा चरण) 89 सीटों, 7 मई (तीसरा चरण) 94 सीटों, 13 मई (चौथा चरण) 96 सीटों, 20 मई (पांचवां चरण)  49 सीटों, 25 मई (छठा चरण) 57 सीटों, 1 जून (सातवां चरण) 57 सीटों पर मतदान होगा.

  6. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि देशभर में 97 करोड़ रजिस्टर मतदाता हैं. जिनमें 1.82 करोड़ से ज्यादा मतदाता पहली बार वोट डालेंगे. 47 करोड़ पुरुष मतादता वोट डालेंगे. वहीं महिला वोटर्स का अनुपात बढ़कर 948 हो गया है.

  7. लोकसभा चुनाव के लिए तैयार की गई मतदाता सूची में  देशभर में 49.7 करोड़ पुरुष मतदाता और 47.1 करोड़ महिला मतदाता हैं. 48 लाख ट्रांसजेंडर मतदाता और 21 करोड़ से ज्यादा नौजवान वोटर्स हैं. वहीं 12 राज्यों में महिला वोटर्स की संख्या ज्यादा है. 

  8. चुनाव आयोग के मुताबिक, बुजुर्ग वोटर्स को मतदान करने के लिए मतदान केंद्र जाने की जरूरत नहीं होगी. 85 साल से ज्यादा उम्र के मतदाता घर से ही अपना वोट डाल सकेंगे

  9. लोकसभा चुनाव में मतदान के लिए 55 लाख ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा. वोटिंग के लिए साढ़े 10 लाख से ज्यादा मतदान केंद्र बनाए जा रहे हैं. 

  10. वोटिंग के दौरान अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर ड्रोन से निगरानी की जाएगी, चुनावों के दौरान किसी भी तरह की हिंसा की कोई गुंजाइश नहीं होगी.