मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में बीते कई दिनों से सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध जारी है. स्थिति कुछ यूं है कि मानसून सत्र में अभी तक एक भी दिन संसद की कार्यवाही बगैर स्थगन के नहीं चल सकी है.बुधवार को भी दोनों सदन की कार्यवाही को सदस्यों के हंगामे और नारेबाजी के बीच कई बार स्थगित करना पड़ा. आज भी इस मुद्दे पर सदन में हंगामा हुआ. बता दें कि बुधवार को विपक्ष की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था जिसे सदन में पेश करने के बाद स्पीकर ने भी मंजूर कर लिया. लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी गुरुवार को जोरदार हंगामा हुआ. राज्यसभा में जहां विपक्षी दलों ने इंडिया-इंडिया के नारे लगाए तो सत्ता पक्ष के सांसदों ने मोदी-मोदी के नारे भी लगाए.
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लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही एक बार फिर शुरू हो गई है. दोनों ही सदनों में एक बार फिर विपक्ष ने मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाया है.
मणिपुर हिंसा को लेकर संसद के दोनों सदनों में गुरुवार को भी हंगामा हुआ. दोनों ही सदनों में हंगामे को बढ़ता देख पहले लोकसभा और बाद में राज्यसभा की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
राज्यसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर की विदेश नीति पर बयान के दौरान विपक्षी सांसद "प्रधानमंत्री, सदन में आओ, सदन में आओ" के नारे लगाने लगे. इसके बाद बीजेपी के सांसदों ने "मोदी, मोदी" के नारे लगाने शुरू कर दिया. इसके बाद विपक्षी दल इंडिया इंडिया के नारे भी लगाए.
मणिपुर हिंसा को लेकर गुरुवार को एक बार फिर लोकसभा में हंगामा हुआ. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध को बढ़ता देख लोकसभा की कार्यवाही को दो बजे तक के स्थगित कर दिया गया.
विपक्ष द्वारा संसद में काला कपड़ा पहनकर आने को लेकर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि मोदी जी के प्रति जनता का विश्वास 2014 में दिखा, इसके बाद 2019 में भी जनता ने पीएम मोदी पर अपना भरोसा बनाए रखा. 2024 में भी जनता का प्यार मोदी जी के प्रति सबको दिख जाएगा. ऐसे में अगर विपक्षी दल के सांसद काले कपड़े पहनकर आते हैं तो ये उनकी दिक्कत है. ऐसे लोगों को चुनाव के बाद भी काला कपड़ा पहनकर ही घूमना पड़ेगा.
मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में चल रहे मौजूदा गतिरोध के बीच गुरुवार को विपक्षी दलों के सांसद काले कपड़े पहनकर संसद पहुंच रहे हैं. उनकी मांग है कि मणिपुर में जिस तरह से हिंसा फैल रही है उसे लेकर पीएम मोदी सदन में बयान दें.