- भारतीय जीवन बीमा निगम ने सोशल मीडिया पर निवेश संबंधी फैल रही खबरों को पूरी तरह खारिज कर दिया है
- एलआईसी ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर बताए गए दस्तावेज उनके द्वारा जारी या प्राप्त नहीं किए गए हैं
- कंपनी ने कहा कि सरकार ने किसी समूह की इकाई में निवेश करने को लेकर कोई निर्देश नहीं दिया है
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने सोशल मीडिया पर फैल रही निवेश संबंधी खबरों को पूरी तरह खारिज कर दिया. LIC ने स्पष्ट किया कि जिन दस्तावेजों का सोशल मीडिया पर जिक्र किया जा रहा है, वे न तो LIC द्वारा जारी किए गए हैं और न ही ऐसे कोई दस्तावेज LIC को प्राप्त हुए हैं. कंपनी ने यह भी कहा कि उसे सरकार की ओर से किसी भी समूह की किसी इकाई में निवेश करने को लेकर कोई निर्देश नहीं मिला है.
LIC categorically clarifies that the documents mentioned have not been issued by LIC, nor have any such documents been received by LIC.
— LIC India Forever (@LICIndiaForever) October 28, 2025
Furthermore, LIC has not received any instructions from the Government regarding investments in any entity under this group. https://t.co/PylUQsBnEK
एलआईसी ने क्या कुछ कहा
LIC ने ट्वीट कर कहा, “हम स्पष्ट करते हैं कि बताए गए दस्तावेज LIC द्वारा जारी नहीं किए गए हैं और न ही हमें ऐसे कोई दस्तावेज प्राप्त हुए हैं. इसके अलावा, सरकार से भी किसी समूह की किसी इकाई में निवेश को लेकर कोई निर्देश नहीं मिला है.” इस बयान के बाद निवेशकों और पॉलिसीधारकों के बीच फैली अफवाहों पर विराम लगने की उम्मीद है. जो कि सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे थे.
US मीडिया रिपोर्ट का भी खंडन
इससे पहले भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की ओर से शनिवार को 'द वाशिंगटन पोस्ट' की झूठी रिपोर्टों का खंडन किया गया था. एलआईसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में इन आरोपों को झूठा बताया है. एलआईसी की ओर से 'द वाशिंगटन पोस्ट' के आर्टिकल के जवाब में कहा गया है कि वॉशिंगटन पोस्ट ने आरोप लगाए हैं कि एलआईसी के निवेश से जुड़े फैसले बाहरी फैक्टर्स से प्रभावित होते हैं. ये सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं.
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