New Delhi:
हिंसाग्रस्त लीबिया से 600 भारतीयों का तीसरा दल दो विशेष विमान से मंगलवार तड़के दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंच गया। लीबिया से स्वदेश लौटने वाले यात्रियों ने वहां की स्थिति को काफी भयावह करार दिया। ज्ञात हो कि लीबिया के नेता मुअम्मार गद्दाफी के खिलाफ हजारों लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। लीबिया में चारों तरफ फैली हिंसा की वजह से लोगों को भोजन और पानी की समस्या से भी जूझना पड़ रहा था। लीबिया में रह रहे भारतीयों की स्वदेश वापसी के अभियान के तहत 600 भारतीयों का तीसरा दल मंगलवार को यहां पहुंचा। अधिकारियों ने बताया कि लीबिया की राजधानी त्रिपोली से एयरबस ए-330 और बोइंग 747 विमान इंदिरा गांधी हवाईअड्डे के टर्मिनल नम्बर दो पर मंगलवार तड़के उतरे। एयरबस में 266 यात्री जबकि बोइंग में 331 यात्री शामिल थे। नागरिक उड्डयन और विदेशी मामलों के मंत्री व्यालार रवि ने कहा, "हम लीबिया में रह रहे प्रत्येक भारतीय को वापस लाने की कोशिश करेंगे और त्रिपोली में स्थित भारतीय दूतावास इसके लिए प्रयास कर रहा है।" लीबिया से मंगलवार को स्वदेश पहुंचने वाले अधिकतर लोगों ने वहां की परिस्थतियों को काफी भयावह करार दिया। एक महिला यात्री ने कहा, "इन दिनों लीबिया में स्थिति बहुत खराब है। चारों तरफ टैंक, हथियार और गोलाबारूद ही दिखाई दे रहे हैं। कभी भी स्थिति और खतरनाक हो सकती है।" ऐसी सम्भावना है कि अगले कुछ दिनों में नौसेना के दो विशेष पोतों से करीब 3,000 यात्रियों को वापस लाया जाएगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं