
रानी पद्मावती पर फिल्म बना रहे निर्देशक संजय लीला भंसाली से मारपीट का दृश्य...
राजस्थान में रानी पद्मावती (पद्मिनी) पर एक ट्वीट पर खूब हंगामा हुआ था. हंगामे के बाद राजस्थान सरकार से लेकर केंद्र सरकार के मंत्रियों को सफाई देनी पड़ी थी और इतिहासकार तब भी अपने अपने मतों को लेकर टीवी चैनलों में दिखाई दिए थे. राज्य में वसुंधराराजे के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार है और बीजेपी को संस्कृति और सांस्कृतिक विरासत के लिए ज्यादा दबाव देते देखा जाता है. पिछले साल में प्रदेश में बीजेपी सरकार के पर्यटन मंत्रालय (Rajasthan Tourism Department) ने अपने ट्वीट में चित्तौड़ की इन्हीं रानी पद्मिनी (पद्मावती) को आक्रमणकारी अलाउद्दीन खिलजी की प्रेमिका बताकर एक बड़े विवाद को जन्म दे दिया था. इस बार भी कथित तौर पर संजय लीला भंसाली भी कुछ ऐसा ही दृश्य फिल्मा रहे थे जिसे लेकर करणी सेना के लोगों ने हंगामा किया है.
राजस्थान सरकार के पर्यटन मंत्रालय के इस विवादित ट्वीट के बाद राज्य सरकार को ट्विटर सहित विभिन्न सोशल मीडिया पर लोगों ने खूब खरीखोटी सुनाई थी. हजारों लोगों ने सरकार के इस ट्वीट को राजस्थान के गौरव के साथ खिलवाड़ बताया था.
नाराज लोगों ने राजस्थान से सांसद और केंद्रीय मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ तक को नहीं बख्शा था. उन्होंने राठौड़ को भी सीधा संपर्क कर अपना रोष व्यक्त किया था. इस मामले में तब राठौड़ ने यह कहकर पल्ला झाड़ा कि यह तो राज्य सरकार का मामला है, केंद्र की इसमें कोई भूमिका नहीं है. यह सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से संबद्ध नहीं है.
राजस्थान के पर्यटन विभाग ने चित्तौड़ के किले के फोटो पर लिखा कि ‘यहां से अलाउद्दीन खिलजी ने अपनी प्रेमिका का प्रतिबिंब देखा और मंत्रमुग्ध हो गया था. और, उसी (पद्मिनी) को ले जाने के लिए उसने हमला बोला था.’

राजस्थान पर्यटन विभाग द्वारा किया गया ट्वीट जो इंटरनेट पर उपलब्ध है.
इस ट्वीट के बाद तमाम लोगों ने केंद्र, राजस्थान सरकार और केंद्र तथा राज्य के पर्यटन विभाग को सीधे हमले पर लिया था. विवाद इतना बढ़ा की राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग ने इस ट्वीट को डिलीट तक कर दिया है. मगर, आज के तकनीकि युग में कई लोगों ने इस ट्वीट का स्क्रीनशॉट ले लिया था जो आज भी इंटरनेट पर मौजूद है.
इस ट्वीट के माध्यम से राजस्थान पर्यटन विभाग ने चित्तौड़ किले का प्रचार कर रही थी ताकि पर्यटकों को राज्य की ओर आकर्षित किया जाए.